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प्रतीकात्मक तस्वीर

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    अकोट. राज्य के नगर परिषदों में रोजंदारी पर काम करने वाले कर्मचारियों को बिना शर्त सेवा में शामिल करने व अन्य मांगों को लेकर विश्वनाथ घुगे, राज्य उपाध्यक्ष दीपक रोडे, राज्य सचिव रामेश्वर वाघमारे और गजानन इंगले के नेतृत्व में आज पूरे महाराष्ट्र में तीन चरण का आंदोलन शुरू किया गया. यह जानकारी जिलाध्यक्ष प्रदीप रावणकर ने दी है. आंदोलन अप्रैल और मई के बीच तीन चरणों में होगा. 1 अप्रैल को सभी नगर परिषद के कर्मचारी काली रिबन के साथ काम कर रहे हैं.

    15 को लेखनी बंद

    15 अप्रैल को लेखणी बंद हड़ताल होगी और 1 मई महाराष्ट्र दिवस पर वे अनिश्चितकालीन अत्यावश्यक सेवा के साथ हड़ताल शुरू करेंगे. निर्णय को अंतिम रूप दे दिया गया है और आंदोलन से पीछे नहीं हटने का फैसला किया है. राज्य के नगर परिषदों में रोजंदारी पर काम करने वाले कर्मचारियों को बिना शर्त सेवा में शामिल किया जाए, सब्सिडी के बजाय सरकारी खजाने से शत प्रतिशत वेतन का भुगतान सरकारी कर्मचारी जैसा किया जाए,

    अकोला जिले के सभी कर्मचारी आज 7 वें वेतन आयोग की अति किश्तों का नगद में भुगतान किया जाए, 10 से 30 वर्षों के निर्बाध कार्यान्वयन प्रगति योजना और अन्य मांगों को पूरा किया जाए, अकोला जिले के सभी कर्मचारियों ने काली रिबन पहनकर आंदोलन में भाग लेकर आंदोलन को सफल बनाया.

    जिलाध्यक्ष प्रदीप रावणकर, जिला उपाध्यक्ष प्रवीण शर्मा, रमेश गिरी, जिला सचिव दीपक सूरवाडे, ईश्वरदास पवार, भारत माली, नागोराव सुरजूसे, शिरीष गांधी, नबी खान, रूपेश पिंजरकर के नेतृत्व में जिले के नगर परिषद, नगर पंचायत कर्मचारी, संवर्ग कर्मचारी, सफाई कामगार इस आंदोलन में शामिल होकर तीन चरणों में आंदोलन को सफल बनाएंगे.