अब लाकडाउन के बाद हर तरह की सब्जियां बाजारों में, कुछ सब्जियों के दामों में हुई है वृद्धि

    Loading

    अकोला. पिछले काफी लंबे समय तक शहर तथा जिले में लाकडाउन चलता रहा है. फिर धीरे धीरे जिला प्रशासन द्वारा लाकडाउन में छूट दी गई. अब शाम 7 बजे तक बाजारों को खुले रखने की अनुमति दी गई है. अब हर तरह की सब्जियां बाजारों में उपलब्ध हैं. 

    रोज ताजी सब्जियां उपलब्ध

    अब अनलाक में कई तरह की ताजी सब्जियां शहर के सभी बाजारों के साथ साथ गौरक्षण रोड, मलकापुर रोड, राऊंड रोड पर नियमित रूप से उपलब्ध रहती हैं. सुबह से सब्जियों की दूकानें सज जाती हैं. इसके साथ साथ शाम 4 बजे से फिर ताजी सब्जियां इन सभी स्थानों पर उपलब्ध रहती हैं. ताजे बैंगन, पालक, मेथी, चौलाई, लौकी, हरा धनिया, भिंडी, कटहल, मुंगना की फल्ली, टिंडे, पके टमाटर, करेले, गवार फल्ली, बरबटी, हरी बरबटी, काशीफल, गिलकियां, शेपू, परवल, हरी मिर्च आदि सब्जियां बिलकुल ताजी बाजारों में उपलब्ध हैं.

    आलू, प्याज, लहसुन, अदरक भी उपलब्ध रहती हैं. बड़ी संख्या में लोग इन सब्जियों को खरीद रहे हैं. इस तरह सुबह, शाम दोनों समय लोगों को ताजी सब्जियां मिल रही हैं. सुबह 7 बजे और शाम 4 बजे दोनों समय सब्जियां बिक्री के लिए उपलब्ध रहती हैं. करीब 4 प्रजातियों के बैंगन लोग पसंद करते हैं. 

    कुछ सब्जियों के दामों में वृद्धि

    लाकडाउन के बाद अब अनलाक में कुछ सब्जियों के दामों में वृद्धि देखी जा रही है. जिसमें बहुत अधिक वृद्धि नहीं है लेकिन थोड़े दाम बढ़े हैं. अब ताजे बैंगन 40 रू. किलो की जगह 60 रू. हो गए हैं. भिंडी के दाम भी 50 से 60 रू. हो गए हैं. पके टमाटर अभी भी 20 रू. किलो हैं. पालक और चौलाई के दामों में तेजी है. अब पालक, चौलाई के दाम 70 से 80 रू. किलो हो गए हैं.

    आलू 20 रू. किलो, प्याज 15 से 20 रू. किलो, मुख्य बाजार में अदरक 40 से 60 रू. किलो, लहसुन 100 से 120 रू. किलो, करेले 50 से 60 रू. किलो, परवल 80 रू. किलो, काशीफल 40 रू. किलो, गिलकियां 60, बरबटी 60 रू. किलो, कटहल 80 रू. किलो, अरबी 80 रू. किलो, फूलगोभी 70 से 80 रू., पत्ता गोभी 40 से 50 रू. किलो के अनुसार उपलब्ध है. 

    आस पास से आ रही सब्जियां

    इस समय अकोला शहर से लगे आस पास के छोटे छोटे गांवों से भी सुबह, शाम दोनों समय सब्जियां अकोला पहुंच रही हैं. इसी तरह अकोट तहसील, तेल्हारा तहसील, बार्शीटाकली, पातुर आदि क्षेत्रों से भी सब्जियां अकोला आती हैं. शहर से बिलकुल जुड़े हुए जो छोटे छोटे गांव हैं वहां से भी काफी सब्जियां यहां आ जाती हैं.