- लगातार सावधानी बरतने से ही दूर होगा कोरोना का संकट
- कोरोना की संभावित तीसरी लहर की तैयारियां
अकोला. शहर तथा जिले में कोरोना वायरस की दहशत थोड़ी कम हुई है. जिसके कारण लोग राहत की सांस ले रहे हैं. पिछले दिनों कोरोना वायरस के रोगियों की संख्या में दिन प्रतिदिन वृद्धि होती जा रही थी जिसके कारण लोग काफी घबराए हुए थे. लेकिन अब उतनी खराब स्थिति नहीं है. फिर भी ध्यान दिया जाना बहुत जरूरी है.
कम हो रही रोगियों की संख्या
पिछले कुछ समय पहले ही नियमित रूप से 500 से अधिक रोगी रोज पाजिटिव आ रहे थे और मरनेवालों की संख्या भी बढ़ी थी. लेकिन अब इसमें भी थोड़ा फर्क पड़ गया है ऐसा लगता है. शुक्रवार को कोरोना के 1829 संदिग्ध रोगियों की जांच की गयी इस जांच में 1624 की रिपोर्ट निगेटिव आई तथा 195 पाजिटिव रोगी पाए गए और रैपिड एंटिजेन टेस्ट में 75 रोगी पाजिटिव पाए गए. इस अनुसार अब ऐसा लग रहा है कि कोरोना के रोगियों की संख्या अब घटने लगी है.
कम हो रही कोरोना की दहशत
यह देखते हुए ऐसा लगता है कि अब कोरोना वायरस की दहशत कम होने लगी है. कोरोना संक्रमण जो कि 34 से 35 प्रश तक पहुंच गया था अब वह 10 से 12 प्रश पर आ गया है. इस तरह ऐसा लग रहा है कि कोरोना संक्रमण की तेजी में भी कमी आई है. फिर भी ऐसा नहीं कहा जा सकता कि यह स्थिरता लगातार बनी रहेगी इसलिए सभी लोगों द्वारा ध्यान दिया जाना बहुत जरूरी है.
लगातार सावधानियां जरूरी
यह सही है कि कोरोना वायरस की तेजी में थोड़ी कमी आई है लेकिन इसका मतलत यह बिलकुल नहीं है कि हम कोरोना की ओर से बिलकुल निश्चिंत हो जाएं. क्योंकि यदि हम इस ओर गंभीरता से ध्यान नहीं देंगे तो कोरोना संक्रमण फिर से बढ़ सकता है. इसलिए सभी लोगों ने नियमित रूप से मास्क का उपयोग करना चाहिए. सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन करना चाहिए और अपने घरों से बाहर निकलते समय मास्क का उपयोग करना चाहिए.
तभी हम कोरोना संक्रमण का सामना कर सकेंगे और उससे बच सकेंगे. किसी तरह सभी लोगों का काम है कि अत्यावश्यक कार्य के बिना घरों से बाहर न निकलें. जहां तक हो सके कहीं भी भीड़ का हिस्सा होने से बचें. साबुन से हाथ धोते रहें और सर्दी, खांसी, बुखार होने पर तुरंत अपने डाक्टर की सलाह लें. इस ओर ध्यान दिया जाना बहुत जरूरी है.
कोरोना की संभावित तीसरी लहर की तैयारियां
कोरोना की संभावित तीसरी लहर में छोटे बच्चों में कोरोना संक्रमण हो सकता है. इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. इसके लिए अकोला जिले में सरकारी अस्पतालों में बच्चों के लिए 70 बेड, निजी अस्पतालों में 45 बेड इस तरह कुल 115 बेड की व्यवस्था की गयी है. बुलढाना में सरकारी अस्पतालों में 100, निजी में 70 इस तरह 170 बेड की व्यवस्था है. वाशिम में सरकारी में 105, निजी अस्पतालों में 120 इस तरह सर्वाधिक 225 बेड की व्यवस्था वाशिम जिले में की गयी है. इस तरह स्वास्थ्य विभाग तथा प्रशासन लगातार तैयारियों में लगा हुआ है.