बिजली के खंबों पर जाहिरात के फलक लगाना पड़ा महंगा – पांच कोचिंग क्लासेस के खिलाफ मामला दाखिल

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  • 10 प्रतिष्ठानों पर भी होगी कार्रवाई 

अकोला. बिजली के खंबों पर जाहिरात के फलक लगाकर नागरिकों के जान से खेलनेवाले पांच कोचिंग क्लासेस के साथ शहर के 10 प्रतिष्ठान के खिलाफ महावितरण की शिकायत से सिविल लाइन पुलिस ने मामला दाखिल करने से खलबली मच गई है. अपने प्रतिष्ठान की जाहिरात करने के लिए रास्ते के बीच होनेवाले खंबों पर तथा रास्ते के बाजू में होनेवाले खंबों पर जाहिरात के फलक लगाने की शहर में स्पर्धा शुरू होने का चित्र दिखाई देता है.

लेकिन यह प्रकार नागरिकों की जान से खेल करने जैसा होने से महावितरण ने ऐसे प्रतिष्ठानों को नोटिस भेजकर यह फलक निकालने के लिए कहा था. बार बार सूचना देकर भी प्रतिष्ठान ने कोई कार्रवाई न करनेवाले प्रतिष्ठान पर मुहिम महावितरण ने अब शुरू की है. सिविल लाइन परिसर के मैथेमैटिक्स एकेडमी, चौधरी क्लासेस, शुअर सक्सेस क्लासेस, एम स्क्वेअर ट्युटोरियल इन कोचिंग क्लासेस के खिलाफ तथा वर्षा मोटर्स, बाँड करिअर इन्स्टिट्यूट, एकता ज्वेलर्स, विद्या विहार संस्था, सरकार एन्टरप्राइजेस, मस्तानी कैफे ने उनके प्रतिष्ठान के जाहिरात के फलक बिजली के खंबों पर लगाए थे.

उनके खिलाफ सहायक अभियंता अनिरुद्ध चावरे की शिकायत से धारा 138, 140 बिजली अधिनियम 2003, धारा 3 विद्रुपन को प्रतिबंध अधिनियम 1995 तथा धारा 3 (1) सरकारी सम्पत्ति प्रतिबंधक अधिनियम 1984 के अनुसार मामला दाखिल किया है. 

बिजली खंबों पर के बैनर से बिजली दुरुस्ती के लिए तकलीफ निर्माण हो रही है. ग्राहकों को बिजली सुविधा, सुलभ, तत्काल व अखंडीत शुरू रहने के लिए बिजली खंबा, तार, डीपी आदि महावितरण कंपनी ने लगाए है. बिजली आपूर्ति सुचारू रखने के लिए बिजली के खंबों पर के इन्सुलेटर तार की नियमित देखभाल करनी पड़ती है.

इन्सुलेटर खराब होने से बिजली खंबों पर बिजली प्रवाहित होकर भीषण दुर्घटना होने की आशंका नकारी नही जा सकती है. बिजली आपूर्ति शुरू अथवा बंद करने के लिए प्रत्यक्ष में बिजली खंबों पर चढ़ना पड़ता है. जिससे बिजली खंबों पर जाहिरात के फलक लगाना जोखिम भरा साबित हो सकता है. खंबों पर लगाए गए बैनर्स से खंबों पर दुरुस्ती नही की जा सकती है. 

खंबों पर फलक न लगाए- चावरे  

बिजली खंबों पर तथा डीपी पर कोई भी अपने जाहिरात के फलक न लगाए. ऐसा करना खतरनाक और नियमों के खिलाफ है. जिससे खंडित हुई बिजली आपूर्ति पूर्ववत करने के लिए लाइनमन को खंबों पर चढ़ने में तकलीफ होती है. इसके आगे ऐसे प्रकार पाए जाने पर कानून के अनुसार काईवाई की जाएगी. यह चेतावनी महावितरण के सहायक अभियंता अनिरुद्ध चावरे ने दी है.