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अकोला. दूध के दाम बढ़ाकर देने तथा आम जनता को दिए गए बिजली बिल रद्द कर शीघ्र न्याय दिलवाने की मांग को लेकर राज्य सरकार का ध्यान आकर्षित करने हेतु केंद्रीय राज्यमंत्री संजय धोत्रे के मार्गदर्शन में जिले में 42 स्थानों पर भाजपा की ओर से शनिवार को आंदोलन किया गया. इस आंदोलन में बड़ी संख्या में किसान तथा नागरिकों ने रास्ते पर उतरकर महाविकास आघाड़ी सरकार के विरोध में नारेबाजी की.

इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष तथा विधायक रणधीर सावरकर, विधायक गोवर्धन शर्मा, विधायक प्रकाश भारसाकले, विधायक हरीश पिंपले, भाजपा महानगर अध्यक्ष विजय अग्रवाल, महापौर अर्चना मसने, तेजराव थोरात, किशोर मांगटे पाटिल, श्रीकृष्ण मोरखडे, माधव मानकर, रमेशअप्पा खोबरे, केशव ताथोड, डा. विनोद बोर्डे, संजय जिरापुरे, संजय गोडा, अक्षय गंगाखेडकर, सचिन देशमुख, उमेश गूजर के नेतृत्व में जिले में विविध स्थानों पर आंदोलन किया गया.

दूध उत्पादक किसानों को गाय के दूध की कीमत दस रु. प्रति लीटर बढ़ाकर देने, दूध पावडर पर 50 रु. प्रति किलो की दर से सरकार अनुदान देने, यूरिया के वितरण की व्यवस्था करने, किसानों को फसल बीमे का लाभ देने, किसानों की कर्ज माफी तत्काल करने, सरकार द्वारा घोषित किए गए किसानों के बांध पर 50 हजार रु. प्रति एकड़ मदद पर अमल करने, सोयाबीन बीज न उगने से महाबीज की तर्ज पर अन्य कंपनियों द्वारा किसानों को मुआवजा देने, लॉकडाउन अवधि के दौरान बिजली बिल माफ करने आदि मांगे भाजपा की ओर से अकोला में सरकारी दूध डेअरी के सामने किए गए आंदोलन के दौरान की गई. 

जठारपेठ क्षेत्र में किए गए आंदोलन में राहुल देशमुख, देवाशीष काकड, गणेश  अंधारे, योगिता पावसाले, अकोट फैल क्षेत्र में उप महापौर राजेंद्र गिरी, आरती चौधरी, डाबकी रोड पर सतीश ढगे, नीलेश निनोरे, अमोल गोगे, मेन हॉस्पिटल क्षेत्र में संजय गोडा, संतोष पांडे, गिरीश जोशी, सिद्धार्थ शर्मा,  कापशी क्षेत्र में शंकरराव वाकोडे, रवि गावंडे, आपातापा क्षेत्र में अनिल गावंडे, बालासाहब अपोतीकर,  पातुर क्षेत्र में तेजराव थोरात, चंद्रकांत अंधारे, रमण जैन, चान्नी क्षेत्र में प्रेमानंद श्रीरामे, प्रमोद टाले, वाडेगांव क्षेत्र में मनोहर राहणे, माधव मानकर, रतन गिरी, पारस में रामदास लांडे, किशोर वानखडे, निंबा फाटा में अमोल साबले, श्रीकृष्ण मोरखडे, व्याला में विलास पोटे, संजय अघडते, गजानन ढवले, बालापुर में प्रकाश श्रीमाली, महेंद्रसिंग पेजवार, अकोट में विधायक प्रकाश भारसाकले, राजेश रावणकर, तेल्हारा में केशवराव ताथोड, महेंद्र गोयंका, आडगांव में पुंजाजी मानकर, डा.मनमोहन व्यास, हिवरखेड़ में राजेश दुतोंडे, बालकृष्ण नेरकर, डा.राम तिडके, मूर्तिजापुर में विधायक हरीश पिंपले, रितेश सबाजकर, बार्शीटाकली में महादेवराव काकड, श्रीराम येलवनकर, पिंजर में रमेशअप्पा खोबरे, संतोष मानकर, मनोज शाहू आदि शामिल थे. ग्रामीण क्षेत्र में भी किए गए आंदोलन को बेहतर प्रतिसाद मिला.