अकोला में जनता कर्फ्यू का पहला दिन बाजारों में अनेक प्रतिष्ठान बंद रहे

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  • अनेक व्यापारियों ने शुरु रखे प्रतिष्ठान
  • जनता कर्फ्यू को मिला जुला प्रतिसाद
  • तगड़ा पुलिस बंदोबस्त रहा

अकोला. आज अकोला शहर तथा जिले में कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए जनता कर्फ्यू की घोषणा विदर्भ चेम्बर ऑफ कॉमर्स एन्ड इंडस्ट्रीज द्वारा की गयी थी जिसे जिला प्रशासन का समर्थन था. आज तिलक रोड, महात्मा गांधी रोड, ओपन थिएटर रोड, कपड़ा बाजार, नया कपड़ा बाजार, सराफा बाजार, किराणा बाजार, जनता बाजार आदि मुख्य बाजारपेठ क्षेत्रों में जनता कर्फ्यू को लेकर अनेक व्यापारियों ने बंद रखा. वहीं अनेकों व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान शुरु रखे.

इस तरह जनता कर्फ्यू को मिला जुला प्रतिसाद मिला ऐसा कहा जा सकता है. वैसे देखा जाए तो अनेकों छोटे बड़े व्यापारियों ने इस बंद को लेकर गहरी नाराजी भी प्रकट की है. इन व्यापारियों का कहना है कि इस बंद के कारण आर्थिक मंदी बढ़ती हुई दिखाई देती है. इसी के साथ साथ बेरोजगारी को भी काफी बढ़ावा मिलता है. आज भी जहां एक ओर कुछ व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे, वहीं कुछ व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान शुरु रखे इस कारण से ऐसा लग रहा था जैसे बाजार की पूरी रौनक चली गयी है.

जिले के ग्रामीण क्षेत्रों से अकोला शहर में खरीदी करने आनेवाले लोगों की संख्या बहुत कम रही. इस कारण जिन व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान शुरु भी रखे थे वहां भी भीड़ कम दिखाई दी. कुछ व्यापारियों ने दोपहर बाद अपने प्रतिष्ठान बंद कर दिए थे. कुछ लोगों ने शाम 7 बजे तक शुरु रखने की बात कही. विविध राजनीतिक तथा सामाजिक संगठनों ने इस जनता कर्फ्यू को लेकर काफी नाराजी भी प्रकट की है. शायद यही कारण था कि जनता कर्फ्यू को जितना प्रतिसाद मिलना चाहिए था उतना नहीं मिल सका है. कुल मिलाकर शहर की परिस्थिति ऐसी दिखाई दे रही है कि कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए अकोला की जनता तथा व्यापारी कोई जनता कर्फ्यू नहीं चाहते हैं.

गुरुवार की देर शाम तक किराणा की दुकानों में इसी तरह अत्यावश्यक वस्तुओं की दुकानों में, सब्जियों की दुकानों में काफी भीड़ देखी गयी. उस पर सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन बिलकुल नहीं किया गया. क्या इस प्रकार की परिस्थिति में कोरोना वायरस के प्रसार को रोका जा सकेगा? 

आज सब्जियां नहीं मिलीं
वर्तमान समय में अधिकांश लोगों के नियमित भोजन में सब्जियों का महत्वपूर्ण स्थान रहता है. आज मुख्य सब्जी बाजार भी बंद रहा. कुछ सब्जी विक्रेताओं ने देहातों से सब्जी लाकर यहां बेची. जिनके दाम काफी अधिक रहे. जिन लोगों ने एक दिन पूर्व सब्जी लेकर रख ली थी उनको छोड़कर सभी को अधिक दामों में सब्जियां खरीदनी पड़ीं. मुख्य सब्जी बाजार जनता सब्जी बाजार में भी इक्का दुक्का सब्जी विक्रेता ही देखे गए. इसी तरह शहर तथा जिले में सभी पेट्रोल, डीजल पम्प पूरी तरह शुरु रहे. शहर तथा जिले में सभी बैंक शुरु रहे. आज बैंकों में भीड़ काफी कम देखी गयी. 

सभी तहसीलों में जनता कर्फ्यू सफल नहीं
अकोला शहर के साथ साथ अकोट, बालापुर, बार्शीटाकली, तेल्हारा, पातुर, मुर्तिजापुर आदि सभी तहसीलों में जनता कर्फ्यू को प्रतिसाद नहीं मिला. यह सही है कि सभी जगह बाजारों में रौनक नहीं रही लेकिन शहर पूरी तरह शुरु रहे. इस तरह जनता कर्फ्यू सफल नहीं हो सका. 

पुलिस का तगड़ा बंदोबस्त 
शहर के साथ साथ पूरे जिले भर में जिला पुलिस अधीक्षक जी.श्रीधर तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रशांत वाघुंडे के मार्गदर्शन में उप विभागीय पुलिस अधिकारी सचिन कदम इसी तरह एलसीबी के पुलिस निरीक्षक शैलेश सपकाल, सिटी कोतवाली के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक उत्तमराव जाधव, रामदास पेठ के मुकुंद ठाकरे, पुराना शहर के प्रकाश पवार, अकोट फाईल के महेंद्र कदम, खदान के किरण वानखड़े, सिविल लाईन के भानुप्रताप मडावी, डाबकी रोड के विजय नाफडे, एमआईडीसी के रामेश्वर चव्हाण, यातायात शाखा के गजानन शेलके, जिला विशेष शाखा के सुनील सोलंके ने तगड़ा पुलिस बंदोबस्त बनाए रखा.