अकोला. अकोला जिले में किसानों द्वारा उनके खेतों में बुआई किए जाने के बावजूद सोयाबीन व अन्य बीज अंकुरित नहीं हुए है. कोरोना संकट के कारण किसान त्रस्त है. खेतों में बीज अंकुरित न होने से किसानों की चिंता बढ़ गई है. खेतों में जाकर निरीक्षण करने के बाद फिर से बुआई के लिए बीज और खाद उपलब्ध करवाएं अन्यथा आंदोलन किया जाएगा, यह चेतावनी विधायक रणधीर सावरकर के नेतृत्व में व भाजयुमो द्वारा जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी कार्यालय के सामने आंदोलन कर निवेदन दिया गया है. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने घोषणा की थी कि किसानों को प्रति हेक्टेयर 50 हजार रु. की मदद दी जाएगी, लेकिन 7 माह बीत चुके हैं. मदद नहीं दी गयी, किसानों को फसल कर्ज का वितरण भी नहीं किया जा रहा, साहूकार भी कर्ज नहीं दे रहे हैं जिससे किसान आर्थिक संकट में आ गए हैं.
निवेदन देते समय तेजराव थोरात, विलास पोटे, श्रीकृष्ण मोरखडे, माधव मानकर, भाजयुमो जिलाध्यक्ष सचिन देशमुख, कुनाल ठाकुर, अक्षय जोशी, ज्ञानेश्वर पोटे, गणेश कालमेघ, गजानन सिरसाट, गणेश अंगरखे, श्याम पोहरे, पंकज देशमुख, गणेश इंगोले आदि उपस्थित थे.