अकोला. इस वर्ष तुअर व चने की फसल को अच्छे दाम मिल रहे है. बाजार में आवक कम होने से हमेशा दाम में वृध्दि हो रही थी. लेकिन मंगलवार को तुअर व चने की दामों में 200 रू. से कमी आ गई. जिले में कर्फ्यू लागू होकर कड़ा लॉकउाउन लगने का डर किसानों में है. जिससे किसान बड़े पैमाने पर बाजार समिति में माल बिक्री के लिए ला रहे है.
बाजार समिति में आवक बढ़ी
खरीफ व रबी मौसम में बेमौसम बारिश व इल्लियों के प्रकोप से फसलों का बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ था. जिससे तुअर व चने के उत्पादन में कमी आई थी. शुरुआत में कम दाम में माल की खरीदी हो गई. लेकिन दो माह से तुअर व चने की दामों में वृध्दि हो रही है. जिले की बाजार समिति में तुअर के दाम 7,300 रू. प्रति क्विंटल तक तथा चने के दाम 5,550 रू. प्रति क्विंटल हो गया था. बाजार समिति में दाम बढ़ने से जिले की समर्थन मूल्य खरीदी केंद्र पर सन्नाटा छाया.
जिले में मार्केटिंग फेडरेशन को तुअर की खरीदी नही करती आई. सभी तुअर बाजार समिति में बेची गई. चने की भी यही स्थिति है. शुरुआत के समय में समर्थन मूल्य से कम दाम होने से किसानों ने चना मार्केटिंग फेडरेशन को दिया. लेकिन अब दाम में वृध्दि होने से बाजार समिति में चना बेचा जा रहा है. तुअर व चने की दामों में और वृध्दि होने की संभावना होते हुए मंगलवार को 200 रू. से दाम में कमी आने का दिखाई दिया. बाजार समिति में आवक बढ़ने से दाम में कमी आने का बताया जा रहा है.