unseasonal rains
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    अकोला. जिले में अच्छी बारिश होने से किसानों में हर्ष है. किसानों ने खरीफ मौसम की विविध फसलों की बुआई की है. जिले में 50 प्रतिशत से अधिक क्षेत्र पर खरीफ फसलों की बुआई हो गई है. बाकी बची हुई बुआई को गति मिली है. विगत 15 दिनों के खंड के बाद हो रही अच्छी बारिश से अंकुरित फसलों को जीवनदान मिला है.

    लेकिन ग्रामीण परिसर में जंगली जानवरों के हमलों से अंकुरित फसल खराब हो रही है. जिससे किसानों पर फिर से संकट आ रहा है. जिले के किसानों ने सोयाबीन, कपास, मूंग, उड़द, तुअर आदि फसलों की बुआई की. जिले में दमदार बारिश होने से बुआई की गई फसल अंकुरित हो रही है. उस पर जंगली जानवरों के हमालों से अंकुरित फसल खराब हो रही है. इस अंकुरित फसल को जंगली जानवरों के हमले से बचाने के लिए किसान संकट का सामना कर रहे है.

    जंगली जानवरों के हमलों में फसलों का नुकसान होने से उसका मुआवजा मिला नही है. वन विभाग की ओर 2 वर्ष पहले नुकसान की शिकायत की थी. नुकसान का पंचनामा भी किया लेकिन अभी तक मुआवजा मिला नही. सैंकड़ों हेक्टेयर पर फसलों का नुकसान हुआ है. जंगली जानवरों का हमला जिले के वन विभाग के 5 रेंज में है. प्रत्येक रेंज के किसान जंगली जानवरों से परेशान है. इन जंगली जानवरों के हमले में हर वर्ष बड़े क्षेत्रों में नुकसान होता है. इस वर्ष जिले के विविध रेंज में सैंकड़ों हेक्टेयर के फसलों का नुकसान हो गया है.     

    जंगली जानवरों का हमला 

    जिले में अंकुरित फसल पर जंगली जानवरों का हमला शुरू है. जिसमें हिरन, बारहसिंगा, जंगली सुअर, बंदर आदि जंगली जानवरों ने फसलों पर हमला कर अंकुरित फसल खराब कर रहे है. जानवर जमीन पर आई अंकुरित फसल खा रहे है. बड़ी संख्या में हिरन, बारहसिंगा, जंगली सुअर, नीलगाय, बंदर आदि जंगली जानवर खेतों में झूंड में आकर फसल खराब करते है.