विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट से खलबली – कोरोना पर ‘रेमडेसिवीर’ इंजेक्शन प्रभावी नहीं

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  • जीएमसी में उपलब्ध है पर्याप्त स्टाक

अकोला. कोरोना संक्रमण ने भारत देश में मार्च 2020 के अंतिम सप्ताह में प्रवेश करने के बाद के समय में मई माह से संजीवनी बूटी के समान महत्वपूर्ण रेमडेसिवीर इंजेक्शन औषधि को अब विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा उपचार के लिए नाकाम साबित किया है. जिसके कारण यदि कोरोना की दूसरी लहर आई तो उसके लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से सतर्क हो गया है. लेकिन इसमें रेमडेसिवीर को विशेष महत्व रहेगा या नहीं यह उल्लेखनीय है.

सूत्रों के अनुसार इस औषधि की ओर कोरोना संक्रमण की लहर शुरू होते ही विश्व का ध्यान केंद्रित हुआ था. अब विश्व स्तर पर प्रसिद्ध स्वास्थ्य विषयक ‘ब्रिटीश मेडिकल जर्नल’ द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार रेमडेसिवीर औषधि का उपयोग कोरोना पीड़ित मरीजों पर न करें, यह स्पष्ट सूचना विश्व स्वास्थ्य संगठन के पथक ने दी है. पिछले सात माह में विश्व में कहर मचानेवाले कोरोना की प्रथम लहर समाप्त होने के बाद पिछले माह किए गए निरीक्षण के बाद यह सूचना दी गई है. जिससे कई डाक्टरों द्वारा रेमडेसिवीर नामक औषधि उपचार के लिए बेहतर है, यह दावा भी अब फेल हो गया है. 

रेमडेसिवीर औषधि प्रभावी नहीं

विश्व स्वास्थ्य संगठन के एक विशेष पथक ने रेमडेसिवीर सहित अन्य 5 औषधियों पर पिछले एक माह में विविध जांच की जिससे प्राप्त जानकारी के अनुसार रेमडेसिवीर यह औषधि प्रभावी नहीं है, यह निष्कर्ष विश्व स्वास्थ्य संगठन तक पहुंचा है. पिछले सात माह में इस औषधि का उपयोग कोरोना संक्रमित मरीजों तथा गंभीर बीमार व्यक्तियों पर किया गया. लेकिन मरीजों पर कोई विशेष असर दिखाई नहीं दिया. 

जीएमसी में भी किया गया उपयोग

पिछले सात माह की अवधि में अकोला के सरकारी चिकित्सा मवि में व सर्वोपचार अस्पताल में स्थापित विशेष वार्डों में रेमडेसिवीर औषधि का बड़ी मात्रा में उपयोग किया गया. बीच के समय में इस औषधि की कमी होने पर उपलब्ध इंजेक्शनों की उंचे दाम पर बिक्री की गई. जिससे इस रेमडेसिवीर इंजेक्शन का उपयोग गंभीर मरीजों के लिए किए जाने की सूचना जिला शल्य चिकित्सक द्वारा दी गई थी. 

आठ माह में 1,850 रेमडेसिवीर इंजेक्शन का उपयोग

सरकारी चिकित्सा महाविद्यालय व सर्वोपचार अस्पताल में 1 अप्रैल से 20 नवंबर 2020 तक लगभग 1,850 रेमडेसिवीर इंजेक्शन्स का उपयोग किए जाने की जानकारी सूत्रों द्वारा दी गई है. वर्तमान समय में लगभग 350 इंजेक्शन उपलब्ध हैं. कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर की आशंका को देखते हुए यह स्टाक संभालकर रखा गया है. बाजारों में यह इंजेक्शन 3,000 से 3,500 रू. में उपलब्ध करवाया जा रहा है. प्राप्त जानकारी के अनुसार सरकार द्वारा यह इंजेक्शन सरकारी अस्पतालों को 2,100 रू. में उपलब्ध करवाया जा रहा है.