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Published: Nov 26, 2020 10:46 AM IST

World Olive Tree Dayजैतून के पेड़ हैं पर्यावरण के लिए उपहार, लोगों की इस तरह करते हैं मदद

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

यूनेस्को (संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन) के कार्यकारी बोर्ड ने विश्वभर में हर साल आज यानी 26 नवंबर को विश्व जैतून वृक्ष दिवस (World Olive Tree Day) के रूप में मनाये जाने के लिए यह तारीख चुनी। यूनेस्को के मुताबिक, विश्व जैतून वृक्ष दिवस का वार्षिक उत्सव इस प्राचीन और प्रसिद्ध पौधे की रक्षा करने और इसके महत्त्व को बताने के लिए मनाया जाता है। इस दिन लोगों को इसके उपयोग और इसकी एहमियत बताई जाती है और जागरूक किया जाता है। इसके अलावा बोर्ड ने शांति और सद्भाव के प्रतीक के रूप में जैतून के पेड़ के महत्व को भी इंगित किया। वहीं “मिया एलिया” एक पारिवारिक परियोजना है, जो हर एक दिन जैतून के पेड़ों के अस्तित्व का जश्न मनाती है। 

जैतून के पेड़ पर्यावरण के लिए उपहार के समान-
जैतून के पेड़ पर्यावरण को बहुत तरह से फायदे पहुंचाते हैं। यह जितना लोगों के लिए उपयोगी है उतना ही पर्यावरण के लिए फायदेमंद भी है। यह पेड़ प्राकृतिक संसाधनों और जैव विविधता के संरक्षण में योगदान करते हैं। वृक्ष ग्लोबल वार्मिंग और मरुस्थलीकरण से निपटने में यह बहुत सहायता करते हैं। साक्ष्य से पता चलता है कि जैतून उगाने से मिट्टी में वायुमंडलीय कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा भी बढ़ जाती है। इसके अलावा जैतून का पेड़ 56 देशों में उगाया जाता है, जो टिकाऊ खेती को बढ़ावा देता है। 

स्वास्थ्य के लिए हैं लाभकारी-
जैतून के पेड़ से जैतून और जैतून का तेल बनाया जाता है। यह दोनों बहुत पौष्टिक और स्वस्थ हैं। वे भूमध्यसागरीय आहार में प्रमुख तत्व हैं। कई प्रसिद्ध शेफ उन्हें उच्च गुणवत्ता और पोषक मूल्य के रूप में अपने खाने में शामिल करते हैं। जैतून का तेल अपने एंटी-ऑक्सीडेंट गुणों और चिकित्सीय मूल्यों के लिए भी काफी प्रसिद्ध है। शोध से पता चलता है कि यह कई बीमारियों से दूर रखता है और हमें सेहतमंद रहने में मदद करता है।कैंसर, हृदय की समस्याएं, गठिया और मोटापा से बचने के लिए यह तेल किसी वरदान से कम नहीं है। 

जैतून के पेड़ हैं जीवन का प्रतीक-
जैतून का पेड़ मानव जाति के इतिहास में सबसे प्रिय पेड़ों में से एक माना जाता है। लोग इसे प्राचीन ग्रीक काल से पवित्र मानते थे। यह पेड़ लोगों के लिए हमेशा से ही दीर्घायु, शांति, सद्भाव, विकास, पुनर्जन्म और मित्रता का प्रतीक रहा है। इससे उत्पन तेल और जैतून लोगों के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं।