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Published: Dec 20, 2020 09:22 PM IST

निवेशइंडो-इथोपियन चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री की शुरुआत

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
कंटेन्ट एडिटरनवभारत.कॉम

मुंबई. भारत और अफ्रीकी देश इथोपिया के बीच आपसी व्यापार और निवेश बढ़ाने के लिए पहली बार इंडो- इथोपियन चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (Indo Ethiopian Chamber Of Commerce & Industry) का गठन किया गया है। इथोपिया पहला अफ्रीकी देश है, जिसके साथ भारत ने वाणिज्य एंव उद्योग मंडल स्थापित किया है।

शनिवार को देवनार, मुंबई में इसका उद्घाटन इथोपिया गणराज्य की राजदूत डॉ. तिजिटा मुलुगेता और काउंसल जनरल डेमेके अटंफु अम्बुलो ने किया। इस मौके पर मुंबई में इथोपियन एयरलाइंस की क्षेत्रीय निदेशक टिगिस्ट एशेटे, इंडो-इथोपियन चैम्बर ऑफ कॉमर्स के निदेशक और किलिच ड्रग्स इंडिया लिमिटेड के अध्यक्ष मुकुंद मेहता, निदेशक वी.एस. राजन, इंडियन ड्रग मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (IDMA) के प्रेसिडेंट महेश दोशी, किलिच ड्रग्स (Killitch Drugs India) के प्रबंध निदेशक भावेश मेहता तथा कई भारतीय उद्यमी उपस्थित थे।

निवेश के अच्छे अवसर उपलब्ध : डॉ. तिजिटा

इस मौके पर इथोपिया गणराज्य की राजदूत डॉ. तिजिटा मुलुगेता (Dr.Tizita Mulugeta) ने कहा कि भारत के साथ इथोपिया का हमेशा से मजबूत संबंध रहा है। भारत की आजादी के बाद इथोपिया पहला अफ्रीकी देश था, जिसने ‍वर्ष 1948 में नई दिल्ली में अपना दूतावास खोला। अब भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और इथोपिया के प्रधानमंत्री डॉ. अबी अहमद (Dr. Abiy Ahmed) के प्रयासों से दोनों देशों के बीच संबंध और मजबूत होने के साथ आपसी व्यापार बढ़ रहा है. डॉ. अहमद के नेतृत्व में पिछले दो वर्षों में हमने आर्थिक सुधार तेज किए हैं। हम भारतीय उद्यमियों को निवेश के लिए आमंत्रित करते हैं। इथोपिया सरकार उन्हें सभी सुविधाएं और प्रोत्साहन देगी। इथोपिया अफ्रीका में एक सबसे तेजी से विकसित होने वाली अर्थव्यवस्था है और वहां फार्मा, टेक्सटाइल, एग्री सहित विभिन्न उद्योग क्षेत्रों में अच्छे निवेश अवसर उपलब्ध है। मुझे भरोसा है कि इंडो-इथोपियन चैम्बर के गठन से दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश बढ़ेगा। 

भारत प्रमुख व्यापार भागीदार : डी.ए. अम्बुलो  

इथोपिया के मुंबई में काउंसल जनरल डेमेके अटंफु अम्बुलो (Demeke Atnafu Ambulo) ने कहा कि भारत इथोपिया का प्रमुख व्यापार भागीदार है। हमारे लिए भारत तीसरा बड़ा आयातक देश है, जिसकी हमारे कुल आयात में 7 प्रतिशत हिस्सेदारी है। इथोपिया क्वालिटी उत्पाद पसंद करता है और भारतीय कंपनियां क्वालिटी उत्पाद बनाती हैं, जिससे व्यापार बढ़ रहा है। इथोपिया में 25 टेक्सटाइल कंपनियों सहित 400 से अधिक भारतीय कंपनियां निवेश कर चुकी हैं और कई कंपनियां अपना निवेश बढ़ा रही हैं। किलिच ड्रग्स ने भी सबसे बड़ा इंजेक्टेबल प्लांट लगाया है। इथोपिया में स्थिर और प्रगतिशील सरकार हैं।

अगला दशक अफ्रीका की ग्रोथ का होगा : मुकुंद मेहता

इंडो-इथोपियन चैम्बर के निदेशक और वरिष्ठ भारतीय उद्योगपति मुकुंद मेहता ने कहा कि हम एक अग्रणी ड्रग निर्माता एवं अफ्रीकन देशों के लिए प्रमुख भारतीय निर्यातक हैं और अफ्रीका में भारतीय उद्योगों के लिए भारी सुअवसर हैं। किलिच ड्रग्स अफ्रीकी और इथोपियाई बाजार की मांग पूरी करने के लिए इथोपिया में नई बड़ी निर्माण इकाई शुरू करने जा रही है। अगला दशक अफ्रीका की ग्रोथ का होगा और इथोपिया एवं अन्य अफ्रीकी देशों में विकास की अपार संभावनाएं हैं। इंडो-इथोपियन चैम्बर की स्थापना के जरिए हमारा उद्देश्य दोनों देशों के विभिन्न उद्योग-व्यापार क्षेत्रों के कारोबारियों के बीच व्यापार और निवेश संबंधों को बढ़ावा देना है।