मनोरंजन

Published: Jul 06, 2020 06:03 PM IST

वोकल फॉर लोकलचीनी कंपनियों के खिलाफ कंगना ने खोला मोर्चा

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

मुंबई. बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत इनदिनों काफी सुर्खियों में है। कंगना राजनीतिक हो या सामाजिक हर मुद्दे पर अपनी राय व्यक्त करती है।हाल ही में सोशल मीडिया पर कंगना का एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है। जिसमे वह चीन के ट्रैवल कंपनी का इस्तेमाल न करने की अपील कर रही है।

सोशल मीडिया पर कंगना का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में कंगना ट्रैवल करने के लिए भारतीय ट्रैवल कंपनी का इस्तेमाल करने की अपील कर रही है।उन्होंने वीडियो में कहा, “हम भारतीय हर साल 7 लाख करोड़ हमारे हॉलिडे पर खर्च करते है। मगर क्या आप जानते है यह सारा पैसा भारत नही कमाता है। अधिकतर ट्रैवल कंपनी चाइना फंडेड है।”

उन्होंने आगे Easemytrip ट्रेवल कंपनी के बारे में जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि  Easemytrip भारत का दुसरे नंबर का ट्रेवल पोर्टल है। यह पूरा 100 % भारतीय है। नहीं कोई विदेशी इन्वेस्टर्स और फंडर्स है। लेकिन, उनके चार्जेस बाकि ट्रैवल कंपनी के मुकाबले काफी कम है। इस कंपनी की शुरुआत 2 भाइयो ने एक छोटे से गराज से साल 2008 में मात्र 1 लाख रुपये से की थी और आज इस कंपनी का टनओवर 4 हजार करोड़ है। उन्होंने आगे कहा, इस ट्रेवल कंपनी का एप डाउनलोड करे और “वोकल फॉर लोकल”बने, जय हिंद।”  

बता दे कि इससे पहले भी कंगना ने  चाइना पर निशाना साधते हुए लोगों से चीनी सामान का बहिष्‍कार करने की अपील की है। उन्होंने अपने वीडियो में कहा, ‘अगर कोई हमारे हाथ से हमारी ऊंगलियों को काटने की कोशिश करे या हमारी भुजाओं से हमारी हथेली काटने की कोशिश करे तो किस तरह का कष्ट होगा आपको। वही कष्ट पहुंचाया है चीन ने हमें लद्दाख पर अपनी लालची नजरें गड़ा कर। वहां हमारी सीमा का एक-एक इंच बचाने के लिए हमारे 20 जवान वीरगति को प्राप्त हो गए हैं।क्या आप भूल पाएंगे उनकी मांओं के आंसू, उनकी विधवाओं की चीखें और उनके बच्चों के दिए हुए बलिदान को। क्‍या ये मान लेना सही हैं कि सेनाओं का सरहदों पर जो युद्ध होता है वह केवल उनका होता है। वो सिर्फ सरकार का होता है। क्‍या हमारा उसमें कोई योगदान नहीं।

कंगना ने आगे कहा,’क्या हम भूल गए हैं वो वक्त जब महात्मा गांधी जी ने कहा था कि अगर अंग्रेजों की रीढ़ तोड़नी है भारत में तो उनके बनाए गए हर उत्पादन का बहिष्कार करना होगा। क्या ये जरूरी नहीं कि हम भी इस युद्ध में हिस्सा लें क्योंकि लद्दाख सिर्फ एक जमीन का टुकड़ा नहीं है। भारत की अस्मिता का एक बहुत बड़ा हिस्सा है। भारत की हथेली है। हम किसी भी तरह से दुश्मनों को उनके गंदे इरादों ने सफल नहीं होने दे सकते।हमें चाइना के सामानों को बहिष्‍कार करना चाहिए। उनके जो भी सामान है, जिन कंपनियों में उन्‍होंने इन्‍वेस्‍ट किया है जिनसे उन्हें रेवन्‍यू आते हैं, संस्‍थाएं हैं, उन सबका बहिष्‍कार करें। वे हमारे पैसों से हथियार खरीदकर हमारे सैनिकों के सीने छलनी करते हैं।’