मनोरंजन

Published: Sep 23, 2021 02:29 PM IST

Plagiarism Allegationमनोज मुंतशिर बोले 'साहित्यिक चोरी' के आरोप पर, 'मेरा सौभाग्य है की मैं इस क्रांति का दूत बन पाया'

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
Photo: Instagram

मुंबई: बॉलीवुड गीतकार मनोज मुंतशिर (Manoj Muntashir) इन दिनों सुर्खियों में बने हुए है। मनोज पर हित्यिक चोरी का आरोप लगा हुआ है। उन पर ‘मुझे कॉल करना’ कविता के चोरी का आरोप लगा है। एक कविता के लिए उन्हें सोशल मीडिया पर ट्रॉल्लिंग का सामना करना पड़ा था। ये कविता 2019 में उनकी  किताब में छपी थी। लोगों का बोलना है की ये कविता किसी और कि है। लेकिन मनोज मुंतशिर ने इसे हिंदी में लिख कर अपनी किताब में छाप दिया है। जिसकी वजह उन्हें काफी वक़्त से ट्रोल किया जा रहा है। 

ऐसे में अब  मनोज मुंतशिर ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक पोस्ट शेयर किया है। उन्होंने पोस्ट में लिखा- ‘200 पन्नों की किताब और 400 फ़िल्मी- ग़ैर फ़िल्मी गाने मिलाकर सिर्फ़ 4 लाइनें ढूँढ पाए? इतना आलस? और लाइनें ढूँढो, मेरी भी और बाक़ी राइटर्स की भी. फिर एक साथ फ़ुरसत से जवाब दूँगा. शुभ रात्रि!

हाल ही में आजतक को दिए इंटरव्यू में मनोज मुंतशिर ने इस पर बात की है। उन्होंने पहले तंज भरे लहजे में भगवान का आभार जताया और कहा कि उनकी किताब को लेकर वह दुनियाभर में घूमे लेकिन 3 साल बाद उसपर बात हो रही है। वह इसे सकारात्मक तरीके से देख रहे हैं। 

मनोज ने इस बात की खुशी जताई की कई बड़े राइटर्स गुमनाम हो जाते हैं। उनके हालत बदल जाते है। साथ ही उन्होंने कहा जिस देश में एक्टर और एक्ट्रेसेस के एयरपोर्ट लुक पर हेडलाइन बनती हैं, वहां उनकी कविता पर बात हो रही है। इस क्रांति के ख्वाब से निराला और नागार्जुन चल बसे। मेरा सौभाग्य है की मैं इस क्रांति का दूत बन पाया हूं।