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Published: May 08, 2022 04:00 PM ISTMother's Day 2022मदर्स डे पर विभा छिब्बर-हिमानी शिवपुरी जैसे सितारों ने दी शुभकामनाएं, कही ये बात
मुंबई : मां (Mother) ममता का वो सागर (Ocean) हैं। जिसमें उसके बच्चे उसका अनमोल (Precious) प्यार (Love) पाकर खुश होते है। ये शब्द शायद ही बहुत छोटा है, लेकिन इसका मतलब बहुत बड़ा है। मां वो होती है। जो अपना निवाला भी अपने बच्चे को खिला देती है। मां का कोई क्लास नहीं होता है और न ही इनका कभी वीकेंड आता है। ये भले ही कितनी परेशानियों और मुश्किलों में हो, लेकिन ये अपने बच्चे पर उसका साया भी नहीं पड़ने देती है।
उनके प्यार और मल्टी-टास्किंग स्किल्स की सराहना करने के लिए 8 मई को मदर्स डे मनाया जाता है। हमारे मनोरंजन जगत में भी इस दिन को काफी अच्छे से सेलिब्रेट करते है। वो चाहे कोई फिल्म हो या टेलीविजन धारावाहिक उसमें मां का किरदार निभाने वाली अभिनेत्री भी अपने बच्चे को खूब प्यार देती है। आज इस अनमोल मौके पर जी थिएटर के सितारों ने अपने मां के किरदार पलों पर चर्चा की है। उन्होंने बताया कि कैसे अपने परिवार के साथ-साथ इस किरदार को भी बखूबी निभाई है।
हिमानी शिवपुरी – दिग्गज अभिनेत्री हिमानी शिवपुरी ‘हमीदाबाई की कोठी’ में अपना किरदार निभा रही है। साल 1995 में हिमानी शिवपुरी अपने पति ज्ञान शिवपुरी को खोने के बाद वो अपने बच्चे को अच्छी परवरिश दी है। हालांकि, उनके लिए ये एक चुनौती से कम नहीं था, लेकिन वो सब कुछ अकेले ही मैनेज की। वो खुद को कोसती भी है कि वो अपने बच्चे के साथ ज्यादा समय नहीं बिता पाती है। उन्हें आज भी वो दिन याद है जब वो तीन-तीन शिफ्ट किया करती थी उस वक्त उनके बेटे का एग्जाम भी चल रहा था, इतने के बावजूद भी हिमानी शिवपुरी अपनी जिम्मेंदारियों को पूरा की। उनका ये भी मानना है कि एक मां सभी सवालों को नहीं हल कर सकती है।
सुचित्रा पिल्लई – ‘डांस लाइक ए मैन’ में अभिनय करने वाली सुचित्रा पिल्लई ने अपनी मां के किरदार के संघर्ष जीवन को शेयर करते हुए बताई कि जब एक मां गृहणी होती हैं तो उनके लिए समय को मैनेज करना कठिन होता है। उन्हें अपनों से दूर रहने पर कठिनाइयों को शब्दों में नहीं बताया जा सकता है, लेकिन उससे भी कठिन यह होता है कि अपने बच्चों के साथ संवेदनशील विषय पर बात करने का सबसे सही तरीका क्या है, क्योंकि मुश्किल समय में आप किसी को मातृत्व नहीं सौंप सकते। सुचित्रा पिल्लई ने कहा कि जब वो मां बनी, तो उन्हें इस बात का बड़ी गहराईयों से एहसास हुआ कि जब उन्होंने अपनी मां के साथ कुछ अच्छा या बुरा व्यवहार किया होगा तो उन्हें कैसा लगा होगा।
विभा छिब्बर – ‘पंछी ऐसे आते हैं’ में अपनी भूमिका निभाने वाली अभिनेत्री विभा छिब्बर ने बताया कि एक मां को चुनौती का सामना तब करना पड़ता है। जब उन्हें अपने बच्चे को अपनी जैसी परवरिश देनी पड़ती है, लेकिन वो अपने इस जिम्मेदारी में सफल रही। विभा छिब्बर अपने बच्चों को एक पाठ बखूबी पढ़ा चुकी है कि सभी का सम्मान करना और उनके साथ अच्छा व्यवहार करना साथ ही हमेशा अपने जीवन में पॉजिटिव रहना।
वो अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का भी ठीक ढंग से ख्याल रखती है। वो ये शिक्षा अपने बच्चों को भी दी है।