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Published: Feb 13, 2021 06:15 PM IST

आज पुलवामा अटैक की दूसरी बरसीभारतीय वायु सेना का ऐसा पराक्रम, जिससे आज तक कांपती है पाकिस्तान की रूह

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

श्रीनगर: आज यानी 14 फरवरी, रविवार को भारत, श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग (Srinagar-Jammu National Highway) पर 40 केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (Central Reserve Police Force) (सीआरपीएफ) की जान लेने वाले घातक पुलवामा हमले (Pulwama Terror Attack) की दूसरी बरसी मनाएगा। यह आत्मघाती हमला पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) के समर्थन से 22 वर्षीय जैश-ए-मोहम्मद आतंकवादी आदिल अहमद डार (Jaish-E-Mohammad Terrorist Adil Ahmed Dar) द्वारा किया गया था।

इस आतंकवादी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान (Soldiers) शहीद हो गए थे। इस हमले ने भारतीय सेना को पूरी तरह रोष से भर दिया था, जिसके बाद भारत ने ऐसा बदला लिया कि उसे याद कर आज तक पाकिस्तान (Pakistan) की रूह कांपती है।

इस हमले की दुनिया भर में निंदा की गई थी। साथ ही पाकिस्तान का ‘हर मौसम सहयोगी’ चीन ने भी ‘जघन्य और कायरतापूर्ण’ आतंकवादी हमले पर संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव का समर्थन किया था।

साल 2019, फरवरी 14 को हुआ था हमला 

पुलवामा आतंकी हमला 14 फरवरी 2019 को हुआ था। यह हमला तब हुआ जब सीआरपीएफ के 2500 जवानों का काफिला, 78 वाहनों में जम्मू से श्रीनगर जा रहा था। ये काफिला अवंतीपोरा (Avantipora) के पास लेथीपोरा (Lethipora) में नेशनल हाइवे 44 से गुजर रहा था। करीब दोपहर 3:30 बजे 350 किलो विस्फोटक (Explosives) से भरी एक एसयूवी काफिले में घुसी और एक भयंकर धमाका हुआ जिसमें कई जानें चली गईं। 

प्रधानमंत्री ने दी थी कड़ी चेतावनी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने देश के लोगों को आश्वस्त करते और पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा था कि, “इसकी उन्हें भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।” प्रधानमंत्री ने देशवासियों से कहा था कि, जैसी आग आपके भीतर जल रही है, वैसी ही आग मैं भी अपने अंदर महसूस कर रहा हूं। पीएम मोदी ने भारतीय सेनाओं को कार्रवाई के लिए खुली छूट दे दी। 

मिराज विमानों ने बरसाया कहर

फिर 26 फरवरी को, भारतीय वायु सेना (Indian Air Force) ने पाकिस्तान (Pakistan) के बालाकोट (Balakot) में नियंत्रण रेखा (Line of Control) (एलओसी) के पार हवाई हमले किए और जैश-ए-मोहम्मद के प्रशिक्षण शिविर (Training Camp) को नष्ट कर दिया। यह हमला, जो 1971 के युद्ध के बाद से पाकिस्तान के खिलाफ भारत का पहला हवाई हमला था, 12 मिराज 2000 और 10 सुखियो एसयू -30 एमकेआई लड़ाकू जेट विमानों (12 Mirage 2000 and 10 Sukhio Su-30 MKIs Fighter Jets) द्वारा किया गया था जिसमें 300 से 350 आतंकवादियों को भारतीय वायु सेना ने हवाई हमले में मार गिराया था।