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Published: May 24, 2023 10:54 AM IST

PM Modi Abusedअधीर रंजन चौधरी ने फिर दी प्रधानमंत्री को 'गाली', कहा- पगला मोदी, कभी उन्हें बताया था 'गंदी नाली'

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
Pic: Social Media

नई दिल्ली. जहां एक तरफ बीते मंगलवार को  2000 के नोट बदलने की प्रोसेस देश के सभी बैंकों में शुरू हो रही है। वहीं इस 2000 के नोट बदलाव पर अब BJP और मोदी सरकार  पर जमकर लामबंद हो रहे हैं। इसी क्रम में अब कांग्रेस के शीर्ष नेता अधीर रंजन चौधरी (Adhir Ranjan Chowdhury) ने प्रधानमंत्री मोदी को पागल करार दिया है।

PM मोदी को बताया ‘पगला’ 

दरअसल 2000 के नोट बदलाव पर बोलते हुए कांग्रेस के शीर्ष नेता अधीर रंजन बोले कि, वो मोदी नहीं, बल्कि ‘पगला मोदी’ हैं। लोग उन्हें ‘पगला मोदी’ कहते थे। देखा जाए तो इस तरह अधीर रंजन ने प्रधानमंत्री मोदी (PM Narendra Modi) के लिए गलत शब्दों का प्रयोग किया है। हालांकि ये पहले बार नहीं है कि कांग्रेस नेता ने प्रधानमंत्री के खिलाफ ऐसे अनगर्ल शब्दों का प्रयोग किया हो।

पहले भी देते रहे हैं गाली 

गौरतलब है कि बीते 2020 को भी कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने पश्‍चिम बंगाल के नॉर्थ परगना जिले के बशीरहाट में एक जनसभा में कहा था कि, “मुझे पाकिस्तानी कहकर बुलाया जाता है, आज मैं कहना चाहता हूं कि हां, मैं पाकिस्तानी हूं। आप जो करना चाहते हैं, वो कर सकते हैं … ये देश नरेन्द्र मोदी, अमित शाह के बाप का नहीं है। हिंदुस्तान किसी के बाप की संपत्ति नहीं है।” 

वहीं साल 2019 में भी उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की तुलना गंदी नाली से की थी। धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान अधीर रंजन चौधरी ने इंदिरा गांधी को मां गंगा बताते हुए प्रधानमंत्री मोदी को गंदी नाली बता दिया था।  

हालांकि कभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कांग्रेस द्वारा ट्रैजिक किए गए अपशब्दों पर पलटवार करते हुए कहा था कि, उनको कांग्रेस नेता हमेशा से ही गालियां देते रहते हैं। उन्होंने कहा था कि, कांग्रेस नेताओं की गालियां एक दिन मिट्टी में मिल जाएंगी।

जानकारी दें कि, आज से 4 दिन पहले यानी 19 मई को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने 2000 का नोट सर्कुलेशन से वापस लेने का ऐलान किया था। ऐसे में अब कस्टमर्स 30 सितंबर तक 2000 के नोट बैंकों में चेंज या अकाउंट में जमा करवा सकते हैं।हालांकि RBI की डेडलाइन के बाद भी 2000 का नोट लीगल रहेगा। यानी मौजूदा नोट अमान्य नहीं होंगे। डेडलाइन सिर्फ लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए है, ताकि वे यह नोट बैंकों को जल्द से जल्द वापस कर दें।