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Published: Nov 11, 2020 09:06 AM ISTबिहार चुनावकड़ी चुनौती के बाद NDA को बहुमत, नीतीश लगातार चौथी बार होंगे CM
- NDA को 125 सीट तो विपक्षी महागठबंधन ने 110 सीटें जीतीं
- नीतीश कुमार सम्हालेंगे लगातार चौथी बार CM की कुर्सी
- RJD 75 सीटों के साथ सबसे बड़ी एकल पार्टी बनकर उभरी
- LJP वाले चिराग पासवान से नीतीश 'सुशासन' बाबू को 30 सीटों का नुकसान
पटना. बिहार में सत्ता विरोधी लहर और विपक्ष की कड़ी चुनौती को पार करते हुए नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के नेतृत्व वाले राजग (NDA) ने बिहार (Bihar) में बहुमत का जादुई आंकड़ा हासिल कर लिया। सत्तारूढ़ गठबंधन ने बिहार विधानसभा की 243 सीटों में से 125 सीटों पर जीत हासिल की, जबकि विपक्षी महागठबंधन ने 110 सीटें जीतीं।
लगातार चौथी बार मुख्यमंत्री बनेंगे नीतीश:
इसके साथ की कुमार के लगातार चौथी बार मुख्यमंत्री बनने की राह साफ हो गई है। हालांकि इस बार उनकी पार्टी जदयू को 2015 जैसी सफलता नहीं मिली है। जदयू को 2015 में मिली 71 सीटों की तुलना में इस बार 43 सीटें ही मिली हैं। उस समय कुमार ने लालू प्रसाद की राजद और कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव जीता था।
RJD सबसे बड़ी एकल पार्टी:
इस बार RJD 75 सीटें अपने नाम करके सबसे बड़ी एकल पार्टी के रूप में उभरी है। मतगणना के शुरुआती घंटों में बढ़त बनाती नजर आ रही भाजपा को 16 घंटे चली मतों की गणना के बाद 74 सीटों के साथ दूसरा स्थान मिला।
LJP ने किया JDU के 30 सीटों का नुकसान:
जदयू को चिराग पासवान की लोजपा के कारण काफी नुकसान झेलना पड़ा है। लोजपा को एक सीट पर जीत मिली, लेकिन उसने कम से कम 30 सीटों पर जदयू को नुकसान पहुंचाया। भाजपा की 74 और जदयू की 43 सीटों के अलावा सत्तारूढ़ गठबंधन साझीदारों में हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा को चार और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) को चार सीटें मिलीं। विपक्षी महागठबंधन में राजद को 75, कांग्रेस को 19, भाकपा माले को 12 और भाकपा एवं माकपा को दो-दो सीटों पर जीत मिली। इस चुनाव में एआईएमआईएम ने पांच सीटें और लोजपा एवं बसपा ने एक-एक सीट जीती है। एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार जीतने में सफल रहा है।