देश
Published: Jan 31, 2022 03:41 PM ISTBudget 2022बजट सत्र 2022: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा- मुस्लिम बालिकाओं के स्कूल छोड़ने में महत्वपूर्ण कमी दर्ज की गई
नई दिल्ली: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ramnath Kovind) ने सोमवार को कहा कि वर्ष 2014 से अब तक ऐसे साढ़े चार करोड़ से अधिक विद्यार्थियों (Students) को छात्रवृत्तियां प्रदान की हैं, जिससे मुस्लिम (Muslim) बालिकाओं के स्कूल (School Girls) छोड़ने की दर में महत्वपूर्ण कमी दर्ज की गई है तथा उनके प्रवेश में वृद्धि देखी गई है।
बजट सत्र के पहले दिन संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को ऐतिहासिक केंद्रीय कक्ष में संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने अल्पसंख्यक वर्ग के बच्चों को छात्रवृत्तियां दिए जाने में बढ़ोतरी का उल्लेख किया। उन्होंने इस बात का भी उल्लेख किया, ‘‘बेटे-बेटी को समानता का दर्जा देते हुए मेरी सरकार ने महिलाओं के विवाह के लिए न्यूनतम आयु को 18 वर्ष से बढ़ाकर पुरूषों के समान 21 वर्ष करने का विधेयक भी संसद में प्रस्तुत किया है।”
कोविंद ने कहा, ‘‘सरकार ने तीन तलाक को कानूनन अपराध घोषित कर समाज को इस कुप्रथा से मुक्त करने की शुरुआत की है। मुस्लिम महिलाओं पर, केवल मेहरम के साथ ही हज यात्रा करने जैसे प्रतिबंधों को भी हटाया गया है।”
उन्होंने कहा, ‘‘वर्ष 2014 से पूर्व अल्पसंख्यक वर्ग के लगभग तीन करोड़ विद्यार्थियों को छात्रवृत्तियां दी गई थीं, जबकि मेरी सरकार ने वर्ष 2014 से अब तक ऐसे साढ़े चार करोड़ से अधिक विद्यार्थियों को छात्रवृत्तियां प्रदान की हैं। इससे मुस्लिम बालिकाओं के स्कूल छोड़ने की दर में महत्वपूर्ण कमी दर्ज की गई है तथा उनके प्रवेश में वृद्धि देखी गई है।”