देश

Published: Mar 17, 2022 10:06 PM IST

Congress Politicsकांग्रेस नेतृत्व पर उठ रहे सवाल! छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव बोले- कपिल सिब्बल को पार्टी से निकाले

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

नई दिल्ली. पांच राज्यों में शर्मनाक हार के बाद कांग्रेस (Congress) में घमासान मचा हुआ है। कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता गांधी परिवार (Gandhi Family) के तीनों लोगों (सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा) से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। इसी बीच गुरुवार को छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव (Chhattisgarh Health Minister TS Singh Deo) ने कपिल सिब्बल (Kapil Sibal) को गांधी परिवार के खिलाफ उनकी टिप्पणी को लेकर निष्कासन की मांग की है।

अपनी अलग पार्टी बना ले सिब्बल

टीएस सिंह देव  न्यूज़ एजेंसी एएनआई से कहा, “कपिल सिब्बल ने अनुशासन की हदें पार कर दी हैं। कांग्रेस को उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए और उन्हें पार्टी से बाहर कर देना चाहिए। अगर वह एक लोकप्रिय नेता हैं, तो उन्हें अपनी अलग पार्टी बनानी चाहिए। दूसरे मंच पर पार्टी के खिलाफ ऐसी टिप्पणी करना पार्टी के लिए नुकसानदेह है।”

छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री का दिया उदाहरण

देव ने छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी का उदाहरण देते हुए कहा कि, “जोगी को कांग्रेस पार्टी से निष्कासित कर दिया गया क्योंकि वह अन्य प्लेटफार्मों पर अपनी ही पार्टी के खिलाफ टिप्पणी करते थे।”

उन्होंने कहा, “अजीत जोगी भी कांग्रेस के एक लोकप्रिय नेता थे, लेकिन उन्होंने पार्टी मंच के बाहर लगातार पार्टी की आलोचना की। जिससे छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को नुकसान होता रहा। इसलिए बाद में उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया। आज छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सत्ता में है।” उन्होंने कहा, “कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को पार्टी के खिलाफ अनुशासनहीन बयान देने वालों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।”

शीर्ष नेतृत्व को करनी चाहिए कार्रवाई

छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, “कपिल सिब्बल के अलावा अगर कोई नेता तीखा आलोचनात्मक बयान देता है तो कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को कार्रवाई करनी चाहिए। चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में कांग्रेस पार्टी छोड़ने की बात करने वाले नेता पार्टी को कमजोर करते हैं।”

क्या कहा था सिब्बल ने?

गौरतलब है कि, सिब्बल ने कांग्रेस आलाकमान के बारे में आलोचनात्मक टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था कि वह पांच राज्यों के चुनावों के नतीजों से हैरान नहीं हैं। उन्होंने कहा कि नेतृत्व को पार्टी के कायाकल्प के लिए योजना बनानी चाहिए थी।