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Published: Oct 20, 2021 11:17 AM IST

Politicsनिहंग 'नेता' के साथ कृषि मंत्री तोमर की तस्वीर से पैदा हुआ विवाद, उपमुख्यमंत्री रंधावा ने कही ये बड़ी बात

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

चंडीगढ़. पंजाब (Punjab) के उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा (Sukhjinder Singh Randhava)  ने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) की एक निहंग ‘‘नेता” के साथ कथित तस्वीर का हवाला देते हुए मंगलवार को कहा कि सिंघू बॉर्डर पर एक श्रमिक की नृशंस हत्या किसानों के विरोध प्रदर्शन को बदनाम करने का संभावित षड्यंत्र है।

कांग्रेस की राज्य इकाई के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ (Sunil Jakhad) ने भी सोशल मीडिया पर सामने आई तस्वीर के मद्देनजर आरोप लगाया कि दिल्ली-हरियाणा सीमा के निकट किसानों के विरोध प्रदर्शन स्थल पर पिछले सप्ताह हुई हत्या में केंद्रीय एजेंसियों की संलिप्तता हो सकती है। एक सामूहिक तस्वीर में तोमर और एक व्यक्ति निहंग सिखों की नीली पोशाक पहने दिख रहा है। केंद्रीय मंत्री ने कृषि कानूनों को लेकर गतिरोध दूर करने के मकसद से वार्ता करने के लिए प्रदर्शनकारी किसान नेताओं से अतीत में मुलाकात की थी। रंधावा ने किसी का नाम लिए बिना कहा कि यही निहंग नेता हत्या के मुख्य आरोपी का ‘‘बचाव कर रहा” था।

निहंग समूह ने पीड़ित पर सिखों के पवित्र ग्रंथ की बेअदबी करने का आरोप लगाया था। रंधावा ने एक बयान में कहा, ‘‘एक निहंग नेता के भारत सरकार, विशेष रूप से कृषि मंत्री एन एस तोमर के साथ संपर्क में होने की बात हाल में सामने आने के बाद हत्या के इस मामले ने पूरी तरह एक नया मोड़ ले लिया है।” मंत्री ने कहा, ‘‘यह किसान आंदोलन को बदनाम करने की गहरी साजिश नजर आती है।” पंजाब के मंत्री ने कहा कि तरन तारन जिले के चीमा कलां गांव का रहने वाला दलित लखबीर सिंह बहुत गरीब था। उन्होंने कहा, ‘‘हमें यह पता लगाने की आवश्यकता है कि कौन उसे लालच देकर सिंघू बॉर्डर लेकर आया और किसने उसकी यात्रा का खर्च वहन किया, क्योंकि उसके पास खाने के लिए भी पैसे नहीं थे।” उप मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने स्थानीय प्रशासन को यह पता लगाने का निर्देश दिया है कि किस परिस्थिति में व्यक्ति को उसके घर से सिंघू सीमा पर लाया गया।

उन्होंने कहा, ‘‘हाल में उपलब्ध हुए तस्वीर संबंधी सबूतों के मद्देनजर निहंग नेता को यह भी बताने की जरूरत है कि वह केंद्रीय कृषि मंत्री एन एस तोमर से किस हैसियत से मिला और क्या तीन काले कृषि कानूनों के खिलाफ मुहिम चला रहे किसान संगठनों ने उन्हें ऐसा करने को कहा था।” जाखड़ ने आरोप लगाया कि सिंघू सीमा पर हुई हत्या में ‘एजेंसियों’ की भूमिका हो सकती है, लेकिन उन्होंने इस बारे में विस्तार से नहीं बताया। उन्होंने मामले की गहन जांच कराए जाने की मांग की।

पंजाब के तरन तारन जिले के मजदूर लखबीर सिंह का शव शुक्रवार को दिल्ली-हरियाणा सीमा पर एक अवरोधक से बंधा हुआ पाया गया था जहां नये कृषि कानूनों का विरोध कर रहे लोग डेरा डाले हुए हैं। सिंह का एक हाथ कटा हुआ मिला और शरीर पर धारदार हथियारों के कई घाव मिले। इस वारदात के कुछ घंटों बाद निहंग सिख की तरह नीले कपड़े पहना एक व्यक्ति मीडिया के समक्ष पेश हुआ और दावा किया कि उसने सिखों के पवित्र ग्रंथ की ‘‘बेअदबी” के लिए व्यक्ति को ‘‘सजा” दी।