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Published: May 13, 2021 01:53 PM IST

Viralजिसे PM मोदी करते थे फॉलो, उसने टैग कर मांगी थी मदद, कोरोना से तड़पकर हुई मौत

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

नयी दिल्ली. यूँ तो कोरोना से अनेकों मौतें आज देश भर में हो रहीं हैं। लेकिन एक वाक्य ऐसा भी है जिसमे मृत कोरोना मरीज को खुदे देश के प्रधानमंत्री भी ट्वीटर पर फॉलो करते थे, लेकिन अफ़सोस की उसे समय पर कोई भी मदद नहीं मिली। मृतक अमित जायसवाल जैन आगरा के रहने वाले थे और कोरोना पॉजिटिव थे। मथुरा के एक अस्पताल में उनकी मौत भी चुकी है। इस व्यक्ति को खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ट्विटर पर उन्हें फॉलो करते हैं। अब ये बात हम आपको इसलिए बता रहे हैं कि उन्होंने ट्विटर पर नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री ऑफिस और सीएम योगी आदित्यनाथ को टैग कर मदद मांगी थी। लेकिन अफ़सोस कि उन्हें कोई मदद नहीं मिली और अमित की कोरोना से मौत हो गई।

ट्विटर पर अमित के थे पांच हजार से ज्यादा फॉलोअर्स :

बीते 25 अप्रैल को उनके ट्विटर अकाउंट से मदद मांगी गई थी। इस ट्वीट में लिखा था कि, “मैं अमित जायसवाल की बहन सोनू हूं। मैं ये बताना चाहती हूं कि हम रेमडेसिविर और इलाज की व्यवस्था नहीं कर पा रहे हैं। वह (अमित जायसवाल जैन) नयति अस्पताल मथुरा में भर्ती है। हमें आपके मदद की जरूरत है। उसकी तबीयत ठीक नहीं है।”

बड़ी बात यह थी कि इस ट्वीट में PMOIndia, narendramodi, myogiadityanath को भी टैग किया गया था। इसके बाद 25 अप्रैल को ही एक और ट्वीट कर बताया गया कि कृपया मदद करें, बहुत अर्जेंट है। एक बार फिर PMO, मोदी और योगी के ट्विटर हैंडल को टैग करके ये बात लिखी गई। लेकिन अफ़सोस की मदद नहीं पहुंची और देखते ही देखते कोरोना पॉजिटिव अमित की मौत हो गई।

क्या कहते हैं परिवारवाले :

इस घटना पर अमित की बहन ने बताया कि उनका परिवार आगरा का रहने वाला है। उन्होंने कहा, “मेरा भाई स्वयं RSS से जुड़ा हुआ था। छोटा भाई था। 20 तारीख को हमने उसे अस्पाताल में भर्ती कराया था। उसे रेमडेसिविर की जरूरत थी, लेकिन अस्पताल वालों ने वह नहीं दिया। हमने कैसे भी करके अरेंज किया, लेकिन फिर भी अपने भाई को नहीं बचा पाए। ट्विटर पर लोगों से मदद भी मांगी थी, लेकिन किसी ने कोई मदद नहीं की। पूछता तो हर कोई है, लेकिन मदद कोई नहीं करता है। पूछ-पूछ के ही रह जाते हैं बस।

Courtsey : Vinod Kapri

खुद PM मोदी करते थे फॉलो :

जहाँ मृतक अमित अपने किये कई ट्वीट में लोगों से सरकार का साथ देने की बात कर रहे थे। वे खुद बीमार थे लेकिन लोगों से अपील कर रहे थे कि इस बीमारी का सामना एकजुट होकर करें। उनका कहना था कि सरकार की आलोचना से कुछ नहीं होगा। लेकिन इस मुद्दे पर जो सबसे दुखद बात वह यह है कि लगातार मदद मांगने के बाद भी मोदी सरकार ने उनके लिए कुछ नहीं किया और उस पर तुर्रा ये कि यह उस शख्स के साथ हुआ जिसको खुद देश के प्रधानमंत्री मोदी भी फॉलो करते हैं। खैर अमित की मौत अब सिर्फ एक उदाहरण है कि सचमुच देश में फिलहाल हालात कितने खराब हैं।