देश

Published: Oct 19, 2021 09:39 AM IST

Uttrakhand Heavy Rainfallउत्तराखंड: बारिश से भारी तबाही, अब तक 8 की गयी जान, सड़कें-जनजीवन ठप, आज भी Red Alert जारी

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

देहरादून. जहाँ एक तरफ उत्तराखंड (Uttrakhand) में भारी बारिश (Heavy Rains) से तबाही का आलम एक बार फिर देखने को मिल रहा है। वहीं जगह जगह भूस्खलन (Landslide) के चलते कम से कम 6 समेत अब तक कुल 8 लोगों के मारे जाने की खबरें अब तक आ चुकी हैं। आफत की इस बारिश में रामनगर (Ramnagar) में कोसी नदी (Kosi River) का जलस्तर लगातार बढ़ने से कई रिसॉर्ट्स भी अब पानी पानी हो चुके हैं, तो कई खाली भी किए जा रहे हैं।

नैनीताल के रामगढ़ का एक पूरा इलाका जलमग्न होने से कई लोग अब डूब रहे हैं और सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं। वहीं, अल्मोड़ा में कुछ लोग मकान के मलबों में दब गए हैं और हालात इतने बदतर हैं कि रेस्क्यू टीमें भी यहाँ तक तक नहीं पहुंच पायी हैं।

बता दें कि पौड़ी के लैंसडाउन में भूस्खलन के कारण एक नेपाली परिवार के 3 लोगों के मारे जाने की खबर आयीहै। वहीं, चंपावत ज़िले में इसी तरह की दुर्घटना में दो और रुद्रप्रयाग ज़िले में कानपुर से पहुंचे एक पर्यटक की मौत की खबरें हैं। भूस्खलन और भारी बारिश के चलते अब जगह जगह रास्ते बंद हो गए हैं और चार धाम यात्रा भी पूरी तरह से रोकी जा चुकी है। 

रामगढ़ में तबाही, नैनीताल, अल्मोड़ा में आफत

इधर इस भयंकर और मूसलाधार बारिश के चलते नैनीताल में जनजीवन पर भी असर पड़ा है। यहाँ बारिश के चलते 9 सड़कें बंद हो गई हैं, इन सड़कों पर जाम के चलते जेसीबी मशीनें के फंस जाने से सड़क खोलने में देर लग रही है।

वहीं, नैनीताल के पास रामगढ़ में बारिश ने भयानक तबाही मचाई है। तल्ला रामगढ़ का पूरा इलाका पानी में डूब गया है। कई घरों में पानी भर गया है। लोग घरों की छतों पर बैठकर जान बचा रहे हैं। इधर, अल्मोड़ा में मूसलाधार बारिश के चलते भतरौजखान में 3 लोग मकान के अंदर दबे हुए हैं। भनोली में मकान टूटने से एक व्यक्ति मकान के अंदर दब गया। सड़कें बंद होने से रेस्क्यू टीमें नहीं पहुंच पा रही हैं। ज़िला प्रशासन की टीम भी नहीं पहुंच सकी। फिलहाल दर्जनों सड़कें बंद हैं और जनजीवन यहाँ पूरी तरह अस्त व्यस्त है।

खौफनाक हुए उत्तराखंड के हालात

बता दें कि हल्द्वानी में गौला नदी लबालब भरी है और नैनीताल की झील का पानी तो अब माल रोड पर आ गया है। यहाँ पर चारधाम यात्रा भी थम गई है। वहीं यात्रियों को अलग अलग पड़ावों पर रोक दिया गया है। भयंकर बारिश के बाद, बिजली, पानी, इंटरनेट सेवाओं पर बुरी तरह असर पड़ा है। रामनगर में कोसी का जलस्तर 1 लाख 14 हज़ार 325 क्यूसेक बताया जा रहा है और अभी और बढ़ने की आशंका है। मोहान और ढिकुली के कई रिसॉर्ट्स में पानी घुस गया है जबकि कोसी नदी से लगे कई रिसॉर्ट्स को अब पूरी तरह से खाली करवाया गया है।

आज भी भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी 

इसके साथ मौसम विभाग ने आज यानि मंगलवार,19 अक्टूबर के लिए भी एक रेड अलर्ट जारी किया है। इस अलर्ट के अनुसार राज्य के कई हिस्सों में फिलहाल भारी से भारी बारिश हो सकती है। इसके अलावा 60 से 80 किलोमीटर/घंटे की रफ्तार से तूफान की भी आशंका जताई गई है।

वहीं आपात स्थिति से निपटने के लिए SDRF, NDRF, पुलिस को अलर्ट मोड पर रखा दिया गया है। जिलास्तरीय अधिकारियों को बिना सूचना जिला मुख्यालय न छोड़ने के भी आदेश दिए गए हैं। खतरों को देखते हुए उत्तराखंड CM पुष्कर सिंह धामी ने बीते सोमवार को सचिवालय स्थित स्टेट डिजास्टर कन्ट्रोल रूम पहुंचकर प्रदेश में बारिश के हालात की जानकारी ली और राहत व मदद कार्य के लिए ज़रूरी निर्देश भी दे दिए हैं।