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Published: Sep 23, 2020 04:56 PM ISTमिसाइल परिक्षण डीआरडीओ ने लेजर निर्देशित टैंक विध्वंसक मिसाइल का सफल प्रायोगिक किया परीक्षण
नयी दिल्ली: रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (Defense research and development organization) (डीआरडीओ) ने महाराष्ट्र के अहमदनगर स्थित फायरिंग रेंज से देश में विकसित लेजर निर्देशित (Laser guided) एक टैंक विध्वंसक मिसाइल (Tank Destroyer Missile) का सफल प्रायोगिक परीक्षण किया है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि मिसाइल चार किलोमीटर की दूरी तक मार कर सकती है। प्रयोगिक परीक्षण के तहत मंगलवार को अहमदनगर में स्थित आर्म्ड कोर सेंटर एंड स्कूल स्थित केके रेंज में एक एमबीटी अर्जुन टैंक से इस मिसाइल को दागा गया।
अधिकारियों ने कहा कि लेजर निर्देशित टैंक विध्वंसक मिसाइल (एटीजीएम) से भारतीय सेना की युद्ध शक्ति महत्वूपर्ण रूप से बढ़ने की संभावना है, खासकर पाकिस्तान और चीन से लगती सीमाओं पर। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath SIngh) ने ट्वीट कर एटीजीएम के सफल प्रायोगिक परीक्षण पर डीआरडीओ को बधाई दी।
अहमदनगर में केके रेंज से एमबीटी अर्जुन टैंक से लेजर निर्देशित टैंक विध्वंसक मिसाइल का सफल प्रायोगिक परीक्षण करने के लिए बधाई, डीआरडीओ ! भारत को डीआरडीओ की टीम पर गर्व है जो निकट भविष्य में आयात निर्भरता कम करने की दिशा में कड़ा परिश्रम कर रही है।
अधिकारियों ने कहा कि एटीजीएम पूर्ण सटीकता के साथ लक्ष्यों को निशाना बनाती है। अर्जुन टैंक डीआरडीओ द्वारा विकसित तीसरी पीढ़ी का मुख्य युद्धक टैंक है। पुणे स्थित आयुध अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान ने उच्च ऊर्जा पदार्थ अनुसंधान प्रयोगशाला तथा उपकरण अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान के सहयोग से इस मिसाइल का विकास किया है।