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Published: Nov 03, 2021 06:16 PM IST

Covaxinखुशखबर: WHO ने भारत की स्वदेशी वैक्सीन 'Covaxin' के आपातकालीन इस्तेमाल की दी मंजूरी

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

नई दिल्ली: दिवाली से एक दिन पहले भारत के लिए बड़ी खुशखबरी मिली है। विश्व स्वाथ्य संगठन ने भारत की स्वदेसी वैक्सीन ‘कोवैक्सीन’ के आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है। डब्लूएचओ की तकनिकी सलहाकार समिति ने कोवैक्सीन के 18 साल की उम्र से ऊपर के लोगों को अपनी मंजूरी दी है। ज्ञात हो कि, 27 अक्टूबर को सहलाकर समिति ने भारत बायोटेक के प्रस्ताव पर बैठक की थी और कंपनी से अधिक जानकारी देने को कहा था।

डब्ल्यूएचओ ने ट्वीट किया, ‘‘डब्ल्यूएचओ ने कोवैक्सीन (भारत बायोटेक द्वारा विकसित) टीके को आपात उपयोग के लिए सूचीबद्ध किया है। इस तरह कोविड-19 की रोकथाम के लिए डब्ल्यूएचओ द्वारा मान्यता प्राप्त टीकों की संख्या में इजाफा हुआ है।”

डब्ल्यूएचओ दक्षिण पूर्व एशिया की क्षेत्रीय निदेशक डॉ पूनम खेत्रपाल सिंह ने ट्वीट किया, ‘‘भारत को उसके स्वदेश विकसित कोविड-19 रोधी टीके कोवैक्सीन को आपात उपयोग के लिए सूचीबद्ध किये जाने के लिए बधाई।” डब्ल्यूएचओ की घोषणा से पहले एक सूत्र ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया था, ‘‘डब्ल्यूएचओ के तकनीकी परामर्शदाता समूह ने कोवैक्सीन को आपात उपयोग के लिए सूचीबद्ध का दर्जा देने की सिफारिश की है।”

तकनीकी परामर्शदाता समूह ने 26 अक्टूबर को टीके को आपात उपयोग के लिए सूचीबद्ध करने के लिहाज से अंतिम ‘जोखिम-लाभ मूल्यांकन’ करने के लिए कंपनी से अतिरिक्त स्पष्टीकरण मांगे थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल में जी20 शिखर सम्मेलन में डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉ टेड्रस अधानम घेब्रेयेसस से मुलाकात की थी।

डब्ल्यूएचओ का तकनीकी परामर्शदाता समूह एक स्वतंत्र सलाहकार समूह है जो डब्ल्यूएचओ को यह सिफारिश करता है कि क्या किसी कोविड-19 रोधी टीके को ईयूएल प्रक्रिया के तहत आपात उपयोग के लिए सूचीबद्ध किया जा सकता है या नहीं।  कोवैक्सीन ने लक्षण वाले कोविड-19 रोग के खिलाफ 77.8 प्रतिशत प्रभाव दिखाया है और वायरस के नये डेल्टा स्वरूप के खिलाफ 65.2 प्रतिशत सुरक्षा दर्शाई है। कंपनी ने जून में कहा था कि उसने तीसरे चरण के परीक्षणों से कोवैक्सीन के प्रभाव का अंतिम विश्लेषण समाप्त किया है।