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Published: Jul 13, 2020 09:43 AM IST

राजस्थान संकटपार्टी मीटिंग में नहीं हुए शामिल तो, पायलट को निकाल दिया जाएगा

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

नई दिल्ली: 30 विधायकों के समर्थन का दावा करने वाले राजस्थान के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने आज राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा बुलाए गए कांग्रेस विधायकों की एक महत्वपूर्ण बैठक में भाग लेने से इनकार कर दिया है। यह कहा जा सकता है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के बाद अब पायलटने भी कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हो सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक पायलट आज भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा से मुलाकात कर सकते हैं।

राजस्थान कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि सभी विधायकों को आज सुबह होने वाली कांग्रेस विधायक दल की बैठक में शामिल होने का व्हिप जारी किया गया है। “व्यक्तिगत या विशेष कारण का उल्लेख किए बिना अनुपस्थित रहने वाले किसी भी विधायक के खिलाफ कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।” कयास यह भी लगाए जा रहे है की अगर पायलट बैठक में शामिल नहीं होते है तो उन्हें कांग्रेस पार्टी से निकाल दिया जाएगा।

इस बीच, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला, अजय माकन के साथ देर रात जयपुर पहुंचे और कहा कि कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व वाली राजस्थान सरकार अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी। 

इससे पहले मध्य प्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया को दरकिनार करने के चलते कमलनाथ सरकार गिर गई थी। कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा लगातार किये जा रहे उपेक्षा से नाराज होकर सिंधिया ने इसी साल मार्च में अपने समर्थक विधायकों के साथ भाजपा में प्रवेश किया।  

राजस्थान की सियासी उठापठक के बीच आज सिंधिया ने ट्वीट कर कहा कि, ‘मेरे पुराने साथी रहे सचिन पायलट को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा हाशिए और दरकिनार करते देख दुखी हूँ। इससे यह पता चलता है कि कांग्रेस में योग्यता और काबिलियत की कोई अहमियत नहीं है।’