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Published: Mar 28, 2020 04:45 PM ISTदेशहिंद महासागर में चीन द्वारा सी विंग अंडरवाटर ड्रोन तैनात करने के बाद भारत हुआ सतर्क
नई दिल्ली. चीन ने समुद्री अनुसंधान और हाइड्रोग्राफिक सर्वेक्षण करने की आड़ में हिंद महासागर क्षेत्र (IOR) में एक दर्जन से अधिक "सी विंग" अंडरवाटर ड्रोन तैनात कर दिए जिसके बाद भारतीय सुरक्षा प्रतिष्ठान सतर्कता बनाए हुए हैं।
इस तरह के सर्वेक्षण गहरे समुद्र में खनन और इस तरह की अन्य व्यावसायिक गतिविधियों के लिए किए जाते हैं, साथ ही इनका इस्तेमाल पनडुब्बी और पनडुब्बी रोधी युद्ध संचालन की उपस्थिति में भी महत्वपूर्ण साबित हो सकता हैं।
इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, अंडरवाटर ड्रोन को पिछले महीने के अंत से पहले दिसंबर के मध्य में आईओआर में तैनात किया गया था। ये ड्रोन पानी के भीतर महीनों तक काम कर सकते हैं।
ध्यान देने वाली बात यह है कि चार-पांच चीनी अनुसंधान जहाजों के रूप में IOR के विभिन्न हिस्सों को मैप कर रहे है। समुद्र के तापमान, लवणता और क्लोरोफिल के स्तर जैसे भौतिक ऑपरेटिंग वातावरण के बारे में समुद्र संबंधी डेटा भी एकत्र करना जारी हैं।
ऐसे सभी जहाजों और ड्रोन की उपस्थिति को नियमित रूप से भारतीय नौसेना द्वारा अपने व्यापक संसाधनों के उपयोग से ट्रैक किया जाता है, जिसमें P-8I लंबी दूरी के समुद्री गश्ती विमान और मिशन द्वारा तैनात युद्धपोत भी शामिल हैं।