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Published: Feb 10, 2024 02:04 PM IST

Jayant Chaudharyविपक्ष में नहीं सरकार के साथ सदन में बैठे नजर आए जयंत चौधरी, कर दिए बड़ा ऐलान

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
राज्यसभा को संबोधित करते हुए RLD प्रमुख जयंत चौधरी

नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने जब से पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह (Chaudhary Charan Singh) को भारत रत्न (Bharat Ratna) देने का ऐलान किया है तब से उनके पोते जयंत चौधरी (Jayant Chaudhary) के सुर बदले-बदले से लग रहे हैं। आज तो वह गजब ही कर दिए। संसद में बजट सत्र के दौरान जयंत चौधरी विपक्ष खेमे में बैठने के बजाय सरकार खेमें में नजर आए। साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ भी की।

सरकार को धन्यवाद 

राष्ट्रीय लोक दल (RLD) प्रमुख जयंत चौधरी ने अपने दादा और पूर्व प्रधानमंत्री  चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न दिए जाने के एलान पर सरकार को धन्यवाद दिया। साथ ही उन्होंने बीजेपी और पीएम मोदी की जमकर तारीफ की। हालांकि  जयंत चौधरी के इस बदले सुर से उनके बीजेपी में शामिल होने की अटकलें तेज हो गई हैं। ऐसे में उनका विपक्ष के साथ बने रहना मुश्किल लग रहा है।

 समय पर दिया जाएगा जवाब 

NDA में शामिल होने के बारे में पूछे जाने पर RLD प्रमुख जयंत चौधरी ने कहा कि मैंने कल भी बोला था कि जब भारत रत्न दिया गया है तो मेरी भावनाएं अपने आप जुड़ गई हैं। आगे हमारी रणनीति क्या है? कैसे हम चुनाव लड़ेंगे? इनका जवाब समय पर दिया जाएगा। एनडीए में शामिल होने की बात पर RLD प्रमुख ने कहा कि कोई कसर रहती है। आज मैं किस मुंह से इंकार करूं।

 तमाम सरकारें आई और चली गई किसी ने नहीं दिया

बीजेपी पर भारत रत्न को चुनावी रणनीति के आरोप पर RLD प्रमुख ने कहा कि भारत रत्न जब दिया जाता है तो इसी समय दिया जाता है। क्या इनका दावा और पेशकश ये है कि जिस साल में चुनाव है उस साल सरकार किसी को भारत रत्न ना दे? जो लोग समय पर सवाल कर रहे हैं तो यही समय है भारत रत्न देने का। सरकार, कोई राजनीतिक व्यक्ति जब सत्ता में होती है तो किस आधार पर फैसले लेती है? राजनीतिक लाभ कहां मिलेगा। तमाम सरकारें आई और चली गई किसी ने नहीं दिया।

 जमीनी सरकार ही दे सकती है भारत रत्न

चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने के फैसले पर राज्यसभा में अपनी बात रखते हुए उन्होंने इसे देश के किसानों व वंचित समाज को सशक्त करने वाला फैसला करार दिया और कहा कि मौजूदा सरकार की कार्यशैली में भी चरण सिंह के विचारों की झलक है और एक ‘जमीनी सरकार’ ही ‘धरतीपुत्र’ को भारत रत्न दे सकती है।