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Published: Jul 26, 2021 08:43 AM IST

Kargil Vijay Diwasशहीद जवानों को याद कर बोले PM मोदी- उनके बलिदान और वीरता को करते हैं हमेशा याद

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
File Photo

नयी दिल्ली. आज जहाँ करगिल विजय दिवस (Kargil Vijay Diwas) के विशेष मौके पर देशभर में इस युद्ध में शहीद हुए वीर सैनिकों (Matyr Soldiers) को श्रद्धांजलि दी जा रही है। वहीं इस विशेष मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ramnath Kovind) भी आज द्रास में तोलोलिंग पहाड़ी की तलहटी में स्थापित युद्ध स्मारक पर जाकर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।  इधर आज के इस इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  ने भी शहीद वीरों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने लिखा कि,” हम उनके बलिदानों को याद करते हैं। हम उनकी वीरता को भी आज याद करते हैं।आज कारगिल विजय दिवस पर हम उन सभी को श्रद्धांजलि देते हैं जिन्होंने हमारे देश की रक्षा करते हुए कारगिल में अपनी जान दे दी। उनकी बहादुरी हमें हर दिन प्रेरित करती है और आगे भी करती रहेगी।”

सेना का साहस और शौर्य, नई पीढ़ी को हमेशा करेगा प्रेरित :

इस ख़ास मौके पर केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने भी अपना ट्वीट किया। उन्होंने लिखा कि, “22वें  कारगिल विजय दिवस पर मैं अपने उन बहादुर सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं, जिन्होंने कारगिल संघर्ष के दौरान एक नृशंस घुसपैठ को खदेड़ दिया।उनका साहस और बहादुरी  नई भारतीयों की पीढ़ियों को प्रेरित करते रहेंगे।”

आज के दिन भारत के वीर सैनोकों ने दुश्मनों को दिया था कड़ा संदेश :

इधर असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने भी ट्वीट किया कि, “आज के ही दिन, 22 साल पहले इसी दिन भारतीय सैनिकों ने कड़ा संदेश दिया था कि देश की संप्रभुता को ठेस पहुंचाने वाली किसी भी नापाक मंशा को हर हाल में परास्त किया जाएगा। करगिल विजय दिवस पर, मेरे दिल की गहराई से, मैं भारतीय सशस्त्र बलों की वीरता को सलाम करता हूं।”

करगिल युद्ध स्मारक पर जलाए गए 559 दीपक :

गौरतलब है कि कारगिल दिवस की पूर्व संध्या पर तोलोलिंग, टाइगर हिल और अन्य शानदार लड़ाइयों को भी याद किया गया और लद्दाख के द्रास इलाके में स्थापित कारगिल युद्ध स्मारक पर 559 दीयों की भी रौशनी की गयी। इस ख़ास मौके पर शीर्ष सैन्य अधिकारी, सैन्य कर्मियों के परिवार के सदस्य और अन्य लोग भी मौजूद रहे। यह बेहतरीन कार्यक्रम 22वें कारगिल विजय दिवस के मौके पर हमारे शहीद वीर सैनिकों की याद में आयोजित किया गया था।