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Published: Dec 10, 2020 11:48 AM IST

देशकभी 83 लाख में बना था पुराना संसद भवन, नए पर 971 करोड़ की लागत, जानें खास बातें

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

नयी दिल्ली.  एक बार फिर  भारत (India) के संसद भवन (Parliamentray Building) का करीब 100 साल के बाद एक सुन्दर कायाकल्प होने जा रहा है। जिसका भूमिपूजन आज यानि 10 दिसंबर को दोपहर 1 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) करेंगे। गौरतलब है कि इस प्रोजेक्ट पर 971 करोड़ रुपए का विशाल बजट है। इसके आर्किटेक्ट, कई बड़े और बेहतरीन प्रोजेक्ट्स डिजाइन करने वाले बिमल पटेल हैं। इस प्रोजेक्ट का का नाम ‘सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट’ (Central Vista Project) रखा गया है। यह बात भी प्रासंगिक है कि आजादी के 75 साल पूरे होने तक ये नई बिल्डिंग तैयार हो जाएगी। जो मौजूदा बिल्डिंग से अधिक बड़ी, आकर्षक और आधुनिक सुविधाओं वाली है।  

PM मोदी करेंगे  भूमिपूजन:

इस नए संसद भवन का भूमिपूजन आज यानि 10 दिसंबर को दोपहर 1 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया जाएगा। बीते दिनों लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने खुद PM मोदी के आवास पर पहुंच उन्हें भूमि पूजन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि बनने के लिए आमंत्रित किया था । 

क्या होगी  इस नए संसद की खासियत:

कब बना था संसद भवन:

गौरतलब है कि मौजूदा संसद भवन को अंग्रेजों ने बनवाया था, 12 फरवरी साल 1921 को इसकी नींव रखी गई और फिर 1927 में जाकर ये तैयार हुआ था। सर एडवर्ड लुटियंस, सर हॉर्बर्ट बेकर की अगुवाई में संसद भवन की बिल्डिंग तैयार की गयी थी। इसे अब भी दुनिया के सबसे बेहतरीन इंफ्रास्ट्रक्चर के तौर पर देखा जाता है। तब इस भवन को बनाने में कुल खर्च मात्र 83 लाख रुपये का आया था। 

आखिर क्यों जरुरत आ पड़ी इस नयी संसद की:

संसद भवन वैसे तो पुराना हो चूका है और इसमें अब माकूल मरम्मत की भी जरुरत है। इसके साथ ही एयर कंडीशनर, ऑडिओ-विजुअल सिस्टम, वेंटिलेशन और इलेक्ट्रिसिटी जैसी तमाम चीजों में अब बड़े बदलाव करने होंगे। वहीं अब राज्यसभा और लोकसभा में सिटिंग कैपेसिटी भी अपनी क्षमता तक पहुँच चुकी है। इसीलिए इस नई बिल्डिंग की आवशयकता आन पड़ी है। इसके साथ ही अब मंत्रालयों के ऑफिस भी एक ही जगह करने को  तरजीह दी जा रही है जो कि सुरक्षा की दृष्टि से अति उत्तम होगा।