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Published: Feb 14, 2020 09:41 AM IST

देशपुलवामा अटैक पुण्यतिथि: आतंकी हमले को हुए एक साल, हम भूले नहीं हमने छोड़ा नहीं

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

नई दिल्ली, भारत हमेशा से ही अपने पडोसी देशों का हितैषी रहा है। फिर चाहे वो चीन हो, श्रीलंका हो, बांग्लादेश हो या फिर पकिस्तान ही क्यों न हो। हमने हमेशा इन देशो का भला ही चाहा है। लेकिन गाहे-बगाहे हमें इन देशों से हमेशा पीठ पर खंजर ही मिला है। हालाँकि इसमें शायद बांग्लादेश और श्रीलंका उपवाद हों। लेकिन हमसे कूटनीतिक युद्ध में यह भी कभी पीछे नहीं रहते हैं। 

बात पाकिस्तान की हो तो फिर आतंकवाद और छद्म युद्ध में ये देश हमारे भारत के खिलाफ हमेशा अग्रणी रहा है। फिर कौन भूल सकता है आज के ही दिन 14 फरवरी 2019 को जब इस देश ने पीठ पीछे पुलवामा में आतंकवादी हमला करवाया। आपको बता दें कि बीते 14 फरवरी जम्मू- कश्मीर के अवंतीपोरा के पास गोरीपोरा में अब तक का सबसे बड़ा आतंकी आत्मघाती हमला हुआ था। यह हमला सीआरपीएफ के वाहन को निशाना बनाकर आईईडी ब्लास्ट के जरिए किया गया था।सीआरपीएफ के वाहनों पर यह हमला उस वक्त हुआ था, जब सेना के जवानों का काफिला जम्मू से श्रीनगर की ओर जा रहा था. इस आतंकी हमले में भारत ने अपने 40 वीर जवान खो दिए थे।
 
इसी के जवाब में भारत ने 26 फरवरी को भारत ने हमला करते हुए तड़के-सुबह पाकिस्तान के भीतर हवाई हमले कर कई आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाया था। भारतीय वायुसेना के विभिन्न लड़ाकू विमानों ने खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के बालाकोट में पाकिस्तान स्थित कई आतंकवादी समूहों के शिविरों को सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया था। हालाँकि इस सर्जिकल स्ट्राइक में भारतीय वायुसेना के पायलट अभिनंदन वर्धमान पाकिस्तान द्वारा पकड़ लिए गए थे जिन्हे बाद में भारत के  कूटनीतिक दवाब के चलते पाकिस्तान द्वारा सकुशल छोड़ा गया।
 

इसी दिन को याद करते हुए जहां पूरा देश अपने शहीद जवानों को सलाम कर रहा है वहीं सीआरपीएफ ने भी अपने जवानों को याद करते हुलिखा  हैं कि ‘हमने भूला नहीं, हमने छोड़ा नहीं’। यह भी प्रासंगिक है कि बीते साल 14 फरवरी को जब हमला हुआ था, तब भी सीआरपीएफ ने कुछ ऐसा ही ट्वीट में लिखा था। वही आज लिखा है कि ‘तुम्हारे शौर्य के गीत, कर्कश शोर में खोये नहीं। गर्व इतना था कि हम देर तक रोये नहीं। ’ आगे लिखा है कि , ‘हमने भूला नहीं, हमने छोड़ा नहीं। हम अपने भाईयों को सलाम करते हैं, जिन्होंने पुलवामा में देश के लिए जान दी. हम उनके परिवारों के साथ कंधे से कंधा लगाकर खड़े हैं।’

आज हमने पाकिस्तान को अपनी कूटनीतिक राजनीति से इतना पीछे धकेल दिया है की अब वह अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अन्य देशों से अलग थलग खड़ा है। पूरा विश्व उसे एक आतंकवादी देश मानता है, हालाँकि इस बात से उसका परम हितैषी या मित्र चीन दोराय रखता है। लेकिन हमारी इस कूटनीति के चलते आज पाकिस्तान को अपने ही पाले हुए आतंकवादी सरगना हाफिज सईद को पकड़ा पड़ा और सजा भी देनी पड़ी। केंद्रीय केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट किया है कि ‘मैं PulwamaAttack के शहीदों को श्रद्धांजलि देता हूं। भारत हमेशा अपने बहादुर रणबांकुरों और उनके परिवारों का आभारी रहेगा जिन्होंने हमारी मातृभूमि की संप्रभुता और अखंडता के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया’।

आज भले ही पाकिस्तान द्वारा इस घृणित आतंकवादी हमले को हुए एक वर्ष बीत गया है लेकिन इस हमले को हम भूले नहीं है और ना ही भुलेंगे अपने उन बहादुरों को जो हमारे देश के लिए हँसते हँसते कुर्बान हो गए और सीखा गये कि देश से बड़ा कुछ भी नहीं। 

 
 "जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी"