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Published: Feb 14, 2020 09:41 AM ISTदेशपुलवामा अटैक पुण्यतिथि: आतंकी हमले को हुए एक साल, हम भूले नहीं हमने छोड़ा नहीं
नई दिल्ली, भारत हमेशा से ही अपने पडोसी देशों का हितैषी रहा है। फिर चाहे वो चीन हो, श्रीलंका हो, बांग्लादेश हो या फिर पकिस्तान ही क्यों न हो। हमने हमेशा इन देशो का भला ही चाहा है। लेकिन गाहे-बगाहे हमें इन देशों से हमेशा पीठ पर खंजर ही मिला है। हालाँकि इसमें शायद बांग्लादेश और श्रीलंका उपवाद हों। लेकिन हमसे कूटनीतिक युद्ध में यह भी कभी पीछे नहीं रहते हैं।
इसी दिन को याद करते हुए जहां पूरा देश अपने शहीद जवानों को सलाम कर रहा है वहीं सीआरपीएफ ने भी अपने जवानों को याद करते हुलिखा हैं कि ‘हमने भूला नहीं, हमने छोड़ा नहीं’। यह भी प्रासंगिक है कि बीते साल 14 फरवरी को जब हमला हुआ था, तब भी सीआरपीएफ ने कुछ ऐसा ही ट्वीट में लिखा था। वही आज लिखा है कि ‘तुम्हारे शौर्य के गीत, कर्कश शोर में खोये नहीं। गर्व इतना था कि हम देर तक रोये नहीं। ’ आगे लिखा है कि , ‘हमने भूला नहीं, हमने छोड़ा नहीं। हम अपने भाईयों को सलाम करते हैं, जिन्होंने पुलवामा में देश के लिए जान दी. हम उनके परिवारों के साथ कंधे से कंधा लगाकर खड़े हैं।’
"तुम्हारे शौर्य के गीत, कर्कश शोर में खोये नहीं।
गर्व इतना था कि हम देर तक रोये नहीं।"WE DID NOT FORGET, WE DID NOT FORGIVE: We salute our brothers who sacrificed their lives in the service of the nation in Pulwama. Indebted, we stand with the families of our valiant martyrs. pic.twitter.com/GfzzLuTl7R
आज हमने पाकिस्तान को अपनी कूटनीतिक राजनीति से इतना पीछे धकेल दिया है की अब वह अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अन्य देशों से अलग थलग खड़ा है। पूरा विश्व उसे एक आतंकवादी देश मानता है, हालाँकि इस बात से उसका परम हितैषी या मित्र चीन दोराय रखता है। लेकिन हमारी इस कूटनीति के चलते आज पाकिस्तान को अपने ही पाले हुए आतंकवादी सरगना हाफिज सईद को पकड़ा पड़ा और सजा भी देनी पड़ी। केंद्रीय केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट किया है कि ‘मैं PulwamaAttack के शहीदों को श्रद्धांजलि देता हूं। भारत हमेशा अपने बहादुर रणबांकुरों और उनके परिवारों का आभारी रहेगा जिन्होंने हमारी मातृभूमि की संप्रभुता और अखंडता के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया’।
I pay homage to the martyrs of Pulwama attack.
India will forever be grateful of our bravehearts and their families who made supreme sacrifice for the sovereignty and integrity of our motherland.
आज भले ही पाकिस्तान द्वारा इस घृणित आतंकवादी हमले को हुए एक वर्ष बीत गया है लेकिन इस हमले को हम भूले नहीं है और ना ही भुलेंगे अपने उन बहादुरों को जो हमारे देश के लिए हँसते हँसते कुर्बान हो गए और सीखा गये कि देश से बड़ा कुछ भी नहीं।