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Published: Sep 25, 2021 04:50 PM IST

Congress Politicsराहुल गांधी को जिग्नेश मेवानी और कन्हैया कुमार का सहारा, 28 सितंबर को होंगे कांग्रेस में शामिल

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

नई दिल्ली: सीपीआई-एम के नेता और जवाहरलाल नेहरू के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार आने वाली 28 तारीख को कांग्रेस में शामिल होने वाले हैं। इसी के साथ गुजरात के निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवानी भी कांग्रेस की सदस्यता लेंगे। दोनों नेताओं के पार्टी में प्रवेश कराने के लिए पूरी तैयारी कर ली गई है। इस बात की जानकारी शनिवार को समाचार एजेंसी एएनआई के सूत्रों ने दी। 

ज्ञात को कि, बीते दिनों कन्हैया कुमार ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी से दिल्ली स्थित आवास पर मुलाकात की थी। जिसके बाद से उनके कांग्रेस में शामिल होने की चर्चा शुरू हो गई थी। वहीं कांग्रेस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, कांग्रेस पार्टी में उनके आने की पूरी तैयारी हो चुकी है। इसी के साथ पार्टी उन्हें बिहार में अपना चेहरा बना सकती है। इसी के साथ उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर भी बड़ी जिम्मेदारी दे सकती है। 

कन्हैया की अपनी ही पार्टी नेताओं से अनबन 

कन्हैया कुमार अपनी ही पार्टी सीपीआई-एम में साइड लाइन चल रहे हैं। कन्हैया कुमार द्वारा अपनी पार्टी के नेताओं के साथ किए गए मारपीट को लेकर उनके खिलाफ निंदा प्रस्ताव भी पास किया गया था। हैदराबाद में आयोजित इस बैठक में पोलित ब्यूरो के 110 सदस्यों में से 107 ने कन्हैया के निंदा प्रस्ताव का समर्थन किया था। इसके बाद से ही कन्हैया सक्रिय राजनीति से गायब हो गए थे। 

जिग्नेश को कांग्रेस ने दिया था समर्थन 

जिग्नेश मेवानी कांग्रेस के समर्थन से विधायक बने थे। 2017 के गुजरात चुनाव के समय कांग्रेस ने मेवानी को अपना समर्थन देते हुए उनके खिलाफ उम्मीदवार नहीं उतारा था। वहीं विधायक बन्ने के बाद मेवानी हर मुद्दे पर भाजपा, केंद्र सरकार के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ लगातार बोलते रहे हैं। 

कन्हैया और मेवानी के सहारे युवाओं को साधने की कोशिश 

नेतृत्व संकट से जूझ रही कांग्रेस को राज्यों में लगातार मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। पंजाब के बाद राजस्थान और छत्तीसगढ़ में उसके ऊपर लगातार नेतृत्व बदलने का दवाब बढ़ता जारहा है। वहीं गुजरात, बिहार, उत्तर प्रदेश में पार्टी को पुन्हा खड़ा करने का प्रयास कर रही है। वहीं अगले साल गुजरात और उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। दोनों ही राज्यों में कांग्रेस पिछले 30 सालों से बाहर हैं। पार्टी कन्हैया और मेवानी को पार्टी में शामिल कर युवाओं को अपनी ओर करने में मदद मिल सकती है। 

प्रशांत किशोर से भी हुई मुलाकात 

कन्हैया कुमार और जिग्नेश मेवानी ने राहुल के साथ-साथ चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के साथ भी बैठक की है। जिसके बाद किशोर ने दोनों नेताओं को पार्टी में शामिल करने का समर्थन किया है। किशोर ने राहुल गांधी से कहा है कि, पुराने नेताओं का समय पार्टी में पूरा हो चूका है। इसलिए युवाओं को पार्टी में शामिल किया जाए। जिसका फायदा हमें आने वाले चुनाव के साथ-साथ 2024 के लोकसभा चुनाव में मिलेगा।