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Published: Dec 30, 2020 10:04 AM IST

देशराजनाथ सिंह ने माना कि नहीं निकला 'सीमा विवाद' में चीन से बातचीत का कोई नतीजा

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

नयी दिल्ली. एक खबर के अनुसार देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने बुधवार को चीन विवाद को लेकर एक बयान दिया है। अपने इस बयान पर रक्षा मंत्री ने माना की चीन (China) के साथ लद्दाख सीमा (Laddkh) पर जारी गतिरोध का अभी कोई ठोस निष्कर्ष नहीं निकला है, ऐसे में वहां अभी भी पहले की ही यथास्थिति बनी हुई है। 

दरअसल ANI के साथ हुए अपने इंटरव्यू में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उक्त बात कही। उन्होंने कहा कि, “चीन के साथ बातचीत का सिलसिला अभी भी जारी है, जल्द ही सैन्य लेवल की एक और चर्चा आगे होगी। हालांकि, अभी तक जो भी चर्चा हुई है उसका कोई भी सिफर नतीजा नहीं निकला है, अभी भी वैसी ही यथास्थिति बनी हुई है लेकिन वो भी तो ठीक नहीं है। लेकिन हम इस बात को लेकर पूरी तरह से मुखर है कि अगर हमारे जमीन की तरफ कोई आँख उठा के देखेगा तो हम भी माकूल जवाब देंगे।”

राजनाथ ने कहा कि भारत-चीन में लंबे वक्त से सीमा को लेकर गतिरोध है, ऐसे में अच्छा होता ये पहले ही खत्म हो जाते। अगर ये अब तक खत्म हो गया होता, तो आज यह स्थिति नहीं होती। चीन, अपने सीमा की तरफ लगातार इंफ्रास्ट्रक्चर बना रहा है, लेकिन अब भारत भी अपनी सेना और नागरिकों के लिए काम कर रहा है। लेकिन यह हम किसी पर आक्रमण करने के लिए नहीं अपितु अपनी सुविधा के लिए ही ऐसा कर रहे हैं।” 

गौरतलब है कि भारत-चीन के बीच करीब बीते अप्रैल से ही लद्दाख सीमा पर तनाव बरकरार है। जहाँ दोनों ही देशों की सेना फिलहाल बड़ी संख्या में सीमा पर मुस्तैद हैं, वहीं दोनों देशों की सेना के बीच अब तक  कई राउंड की बात हो चुकी है लेकिन कोई ठोंस नतीजा नहीं निकला है। इधर पाकिस्तान (Pakistan) से लगी सीमा को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि, “हमारी सेना पूरी तरह से मुस्तैद है और हममे यह क्षमता है कि हम शत्रु सीमा में घुस के अपने दुश्मन को खत्म कर सके।”

इधर किसान आंदोलन (Farmers Protest)पर जब उन्हें सवाल किया गया कि कृषि कानून (Fram Laws) को लेकर लगातार कांग्रेस केंद्र सरकार पर सवाल उठा रही है। इस पर राजनाथ ने पलटवार में कहा कि, मैं खुद किसान परिवार में पैदा हुआ हूँ, ऐसे में मैं, राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से अधिक खेती के बारे में अधिक ही जनता हूँ । हमने कृषि कानूनों को किसानों की भलाई के लिए लाया है। पर कुछ राजनीतिक पार्टियाँ इसको लेकर भी राजनीति कर रही हैं।”

वहीं किसानों के खालिस्तानी समर्थक होने का आरोप लगने पर राजनाथ सिंह का कहना था कि, “किसानों पर इस तरह का आरोप नहीं लगे तो बेहतर है। हम किसानों का बहुत सम्मान करते हैं, वो ही हमारे अन्नदाता हैं। मैं यह भी बता दूँ कि सरकार किसानों के साथ कृषि कानून के हर मसले पर चर्चा करने को तैयार है, नए कानून किसानों की भलाई के लिए हैं। अगर किसी को कोई दिक्कत है तो हमारी सरकार कभी भी चर्चा को तैयार है।” 

राजनाथ ने विपक्ष द्वारा एजेंसियों के गलत इस्तेमाल के आरोप पर कहा कि, “हमें ऐसा करने की कोई जरुरत नहीं। हम तो लगभग हर चुनाव जीत रहे हैं ऐसे में हम कब, कहाँ और क्यों ही किसी से बदला लेंगे। हम अपने दुसरे सकारात्मक और देश हीत कार्यों में ज्यादा व्यस्त हैं।”