देश
Published: Sep 27, 2020 03:37 PM ISTNDA दरार मजबूरी में अकाली ने एनडीए से तोड़ा नाता: सुखदेव ढींढसा
चंडीगढ़. शिरोमणि अकाली दल (Shiromani Akali Dal) के बागी नेता सुखदेव सिंह ढींढसा (Sukhdev Dhindsa) ने रविवार को कहा कि शिअद ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (National Democratic Alliance) से नाता ‘मजबूरी’ में तोड़ा क्योंकि कृषि विधेयकों को लेकर किसान इस पार्टी से नाराज हो गये थे। उल्लेखनीय है कि कृषि विधेयक को लेकर शिअद ने शनिवार को राजग से अलग होने की घोषणा की। बता दें कि गत कुछ सालों में शिअद तीसरी पार्टी है जिसने भाजपा (BJP) नीत राजग से नाता तोड़ा है। राज्यसभा सदस्य ढींढसा ने कहा, ‘‘ उन्होंने (शिअद) ने यह मजबूरी में किया क्योंकि किसान उनसे नाराज है।”
उन्होंने कहा कि शुरुआत में शिअद ने विधेयकों का समर्थन किया था और यहां तक कि पार्टी के वयोवृद्ध नेता प्रकाश सिंह बादल ने भी इसके समर्थन में बोला था। असंतुष्ट अकाली नेता ने कहा, ‘‘पार्टी ने यह कहकर यू टर्न ले लिया कि यह किसानों के हित में नहीं है। क्या ये विधेयक शुरुआत में किसानों के लिए खराब नहीं थे?” उन्होंने आरोप लगाया,‘‘ वे (शिअद) राज्य में जमीनी समर्थन खो चुके हैं।” पूर्व में शिअद (लोकतांत्रिक) पार्टी बनाने वाले ढींढसा ने कहा कि उनकी राजनीतिक पार्टी शुरू से ही इस मुद्दे पर किसानों का समर्थन कर रही है।
उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘पहले दिन से हम किसानों का समर्थन कर रहे हैं और उनके साथ खड़े हैं। हमारी पार्टी चाहती है कि इस मुद्दे का यथा शीघ्र समाधान हो।” उल्लेखनीय है कि इस साल फरवरी में पार्टी विरोधी गतिवधियें के आरोप में सुखदेव सिंह ढींढसा, उनके बेटे और राज्य के पूर्व वित्तमंत्री परमिंदर सिंह ढींढसा को शिअद से बर्खास्त कर दिया गया था।(एजेंसी)