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Published: Aug 06, 2021 07:00 AM IST

Sushma Swaraj Death Anniversary पुण्यतिथि विशेष : सुषमा स्वराज- प्रखर वक्ता से कुशल राजनेता, जानें इस जननायिका की तेजस्वी गाथा

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

नयी दिल्ली. आज पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज (Sushma Swaraj) की दूसरी पुण्यतिथि (Second Death Anniversary) है। स्वर्गीय सुषमा स्वराज ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के पहले कार्यकाल में विदेश मंत्री के रूप में उन्होंने अमिट छाप छोड़ी। इतना ही नहीं उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए प्रवासी भारतीयों को संकट के समय मदद पहुंचाने में उन्होंने सहानुभूति और मानवीय दृष्टिकोण का अनुपम उदाहरण पेश किया था।

पता हो कि सुषमा स्वराज का नाम भारतीय जनता पार्टी (BJP) के तेज तर्रार नेताओं में सबसे अलहदा स्थान रखती थी। सर्वोच्च न्यायालय की ये पूर्व अधिवक्ता सुषमा स्वराज नरेंद्र मोदी की पहली सरकार में भारत की विदेश मंत्री भी रह चुकी थीं। इसके साथ ही उन्हें 7 बार संसद सदस्य के रूप में और 3 बार विधान सभा के सदस्य के रूप में चुना गया है।

इसके साथ ही उन्होंने 13 अक्टूबर 1998 से दिल्ली के 5 वें मुख्यमंत्री के रूप में भी काम किया। वास्तव में, उन्हें ही दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री के रूप में चुना गया था। वहीँ वे विभिन्न क्षमताओं में कई सामाजिक और सांस्कृतिक निकायों से जुड़ी हुई थी। लेकिन फिर अपने सफल राजनीतिक करियर के बीच खराब स्‍वास्‍थ्‍य के चलते उन्‍होंने 2019 के चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया था। वहीं बीते 6 अगस्‍त 2019 को दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया था।

उनके जीवन से जुड़े कुछ रोचक तथ्य : 

सुषमा स्वराज देश की उन चुनिंदा मंत्रियों में से थीं, जिनकी पहचान उनकी पार्टी से नहीं बल्कि उनके काम और राजनीतिक कामों के जरिए भी होती थी। सुषमा स्वराज के अंतिम समय तक उन्होंने अपने कामों से देश की राजनीति और अपनी पार्टी में एक अलग जगह बनाई हुई थी। सुषमा ने नौकरशाही में हमारे विश्वास को बहाल किया  और अधिक से अधिक लोगों की मदद करके दुनिया भर में प्रशंसा हासिल की। उनकी हमेशा से ही पूरी कोशिश रही थी कि वे दूसरों के लिए उपलब्ध रहें और उनकी हेल्‍प करें। इस जननायिका का बीते 6 अगस्‍त 2019 को दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया था। लेकिन वे आज भी हमारे स्मृति पटल में सजीव हैं।