देश

Published: Dec 02, 2021 11:00 AM IST

Booster Dose Updates ओमीक्रोन वेरिएंट की चिंता के बीच सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने मांगी कोविशील्ड वैक्सीन के 'बूस्टर डोज़' की मंज़ूरी

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
File Pic

नई दिल्ली: कोरोना (Coronavirus) के ओमीक्रोन (Omicron) वेरिएंट ने दुनिया भर में टेंशन बढ़ा दी है। ऐसे में भारत (India) में भी इस वायरस के खतरनाक स्वरुप को लेकर चिंता बढ़ गई है। इस बीच कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) की बूस्टर डोज़ (Booster Dose) को लेकर एक बार फिर से चर्चा शुरू हो गई है। दुनिया के कई देश बूस्टर डोज़ को लेकर विचार कर रहे हैं। ऐसे में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (Serum Institute of India) (एसआईआई) (SII) ने देश में वैक्सीन के पर्याप्त स्टॉक का हवाला देते हुए बूस्टर खुराक के रूप में कोविशील्ड वैक्सीन (Covishield Vaccine) के लिए भारत के ड्रग रेगुलेटर की मंजूरी मांगी है। 

न्यूज़ एजेंसी एएनआई के अनुसार, एसएसआई ने कोविशील्ड वैक्सीन के लिए भारत के ड्रग रेगुलेटर की मंजूरी मांगी है। एएनआई ने अधिकारियों के हवाले से बताया है कि, अप्रूवल की गुज़ारिश साउथ कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ‘ओमीक्रोन’ के सामने आने के बाद की गई है। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया पहली भारतीय कंपनी है जिसने COVID-19 बूस्टर खुराक के लिए मंजूरी मांगी है। 

बता दें कि, हाल ही में केंद्र सरकार ने संसद को यह सूचित किया है कि टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह और COVID-19 के लिए वैक्सीन प्रशासन पर राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह बूस्टर खुराक पर वैज्ञानिक साक्ष्य पर विचार कर रहे हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, राजस्थान, छत्तीसगढ़, कर्नाटक और केरल जैसे राज्यों ने भी केंद्र सरकार से एक अन्य प्रकार की चिंता के बीच बूस्टर खुराक के लिए आग्रह किया है। 

बता दें कि कोविड-19 वायरस के बी.1.1.529 स्वरूप की पहचान इस हफ्ते दक्षिण अफ्रीका में की गई थी। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने शुक्रवार को इस स्वरूप को ‘चिंता उत्पन्न करने वाले स्वरूप’ की श्रेणी में डाला। विश्व निकाय ने वायरस के इस स्वरूप को ‘ओमीक्रॉन’ नाम दिया है। इस वायरस की सबसे पहले जानकारी 24 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका में मिली थी।