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Published: Feb 05, 2024 12:05 PM IST

Swami Govind Dev Giriस्वामी गोविंद देव गिरी का बड़ा बयान- 'शांति चाहिए तो अयोध्या, ज्ञानवापी और कृष्ण जन्मभूमि हमें सौप दें'

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
स्वामी गोविंद देव गिरी

पुणे: सालों पुराने संघर्ष के बाद अब जाकर अयोध्या (Ayodhya Ram Mandir) में प्रभु राम का मंदिर (Ram Mandir) बन गया है। ऐसे में अब देश के और कई बड़े धर्मिक स्थलों को लेकर मामला गरमाया हुआ है। हाल ही में उत्तर प्रदेश के वाराणसी की जिला अदालत ने बीते बुधवार को ज्ञानवापी परिसर (Gyanvapi Case) में स्थित व्यास जी के तहखाने में हिंदुओं को पूजा-पाठ करने का अधिकार देने का आदेश दे दिया। इस मामले पर अब स्वामी गोविंद देव गिरी (Swami Govind Dev Giri) का एक बयान सामने आया है। आइए जानते है उन्होंने क्या कहा है… 

तीनों मंदिर सौंपे 

जैसा कि हम सब जानते है ज्ञानवापी परिसर में स्थित व्यास जी के तहखाने में अब पुजारियों सहित स्थानीय लोगों द्वारा पूजा-पाठ शुरू हो गई है। इसी बीच श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंद देव गिरी का ज्ञानवापी मामले पर एक बयान सामने आया है। जहां वे तीनों मंदिर (अयोध्या, ज्ञानवापी और कृष्ण जन्मभूमि) हिंदुओं को सौंपने की बात कर रहे है। 

भाईचारा बढ़ाने में मदद

इस मामले पर बात करते हुए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंद देव गिरी ने कहा, “मेरी हाथ जोड़कर प्रार्थना है कि इन तीन मंदिरों (अयोध्या, ज्ञानवापी और कृष्ण जन्मभूमि) को सौंप देना चाहिए क्योंकि ये आक्रांताओं द्वारा हमारे ऊपर किए गए हमलों के सबसे बड़े निशान हैं… अगर वे (मुस्लिम) पक्ष इस दर्द को शांति से ठीक कर सकें, तो भाईचारा बढ़ाने में मदद मिलेगी” इस दर्द को शांति से ठीक कर सकें, तो भाईचारा बढ़ाने में मदद मिलेगी”

अब भी चल रहा विवाद 

इस तरह उन्होंने  राष्ट्र के प्रगति के लिए शांति और भाईचारा प्रस्थापित करने की बात मुस्लिम समुदाय के लोगों से की है, बता दें कि वाराणसी की जिला अदालत ने ज्ञानवापी परिसर में स्थित व्यास जी के तहखाने में हिंदुओं को पूजा-पाठ करने का अधिकार दे दिया है, लेकिन अब भी इस पर मुस्लिम समुदाय द्वारा आपत्ति जताई जा रही है। इस पर मुस्लिम पक्ष ने आपत्ति जताते हुए कहा था कि व्यास जी का तहखाना मस्जिद का हिस्सा है लिहाजा उसमें पूजा—पाठ की अनुमति नहीं दी जा सकती।