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Published: Jan 28, 2022 04:56 PM IST

Pandit Jasraj Cultural Foundationसंगीत के क्षेत्र में भी होना चाहिए टेक्नोलॉजी और आईटी रिवॉल्यूशन : नरेंद्र मोदी

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
PM मोदी (Photo Credits-ANI Twitter)

नई दिल्ली: पंडित जसराज सांस्कृतिक प्रतिष्ठान की शुरुआत के अवसर पर शुक्रवार को एक डिजिटल कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी (PM Narendra Modi) ने कहा कि, संगीत की दुनिया में प्रौद्योगिकी ने व्यापक पहुंच बनाई है। प्रधानमंत्री ने लोगों से भारतीय संगीत को दुनिया में लेकर जाने का आग्रह करते हुए इस क्षेत्र में संगीत आधारित स्टार्ट-अप बनाकर प्रौद्योगिकी को अपनाने का भी आह्वान किया।

उल्लेखनीय है कि, पंडित जसराज की 92वीं जयंती पर यह आयोजन किया गया था। जहां कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘‘सांस्कृतिक प्रतिष्ठान से मेरा आग्रह होगा कि वह विशेष रूप से दो चीजों पर ध्यान केंद्रित करे। हम वैश्वीकरण की बात सुनते हैं, लेकिन इसकी व्याख्या और इस पर वार्ता मुख्य रूप से अर्थव्यवस्था तक ही सीमित रहती है। वैश्वीकरण के इस युग में, यह हमारी जिम्मेदारी है कि भारतीय संगीत अपनी छाप छोड़े और इसका वैश्विक प्रभाव हो।” उन्होंने कहा, ‘‘भारतीय संगीत में लोगों के मानस पर गहराई से असर करने की क्षमता है। यह प्रकृति और ईश्वरीय एकात्मकता के अनुभव को मजबूत भी करती है। 

 प्रधानमंत्री ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की लोकप्रियता का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत की इस विरासत से पूरी दुनिया लाभान्वित हुई है। उन्होंने कहा, ‘‘दुनिया के हर इंसान को भारतीय संगीत को जानने, समझने और सीखने का अधिकार है। इसे पूरा करने की जिम्मेदारी हम सभी की है।” प्रधानमंत्री ने कहा कि उनका दूसरा सुझाव संगीत को प्रौद्योगिकी से जोड़ने का है। उन्होंने कहा, ‘‘जीवन के हर क्षेत्र में प्रौद्योगिकी का प्रभाव है। ऐसे में संगीत क्षेत्र में भी प्रौद्योगिकी और आईटी क्रांति होनी चाहिए।” 

 उन्होंने संगीत को समर्पित स्टार्ट-अप भी देश में बनने चाहिए। उन्होंने कहा कि यह स्टार्ट-अप भारतीय संगीत वाद्ययंत्रों और परंपराओं पर आधारित होने चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘हमारी गुरु-शिष्य परंपरा बनी रहनी चाहिए, लेकिन इसे प्रौद्योगिकी का समावेश कर और समृद्ध किया जा सकता है। ज्ञात हो कि पंडित जसराज का वर्ष 2020 में न्यू जर्सी स्थित उनके आवास पर दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था।