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Published: Feb 26, 2023 12:16 PM ISTMann Ki Baatआज PM मोदी ने की 'डिजिटल इंडिया' पर बात, किया लता मंगेशकर को याद
नई दिल्ली/मुंबई. आज यानी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) देश की जनता के साथ अपने ‘मन की बात’ (Mann Ki Baat) कर रहे हैं। उन्होंने आज इस कार्यक्रम के 98वें एपिसोड में कहा कि, “आज आपके सभी साथ जुड़कर मुझे बहुत खुशी हो रही है। इस कार्यक्रम के शतक की तरफ बढ़ते इस सफर में, ‘मन की बात’ को, आप सभी ने, जनभागीदारी की अभिव्यक्ति का एक बड़ा ही अद्भुत प्लेटफॉर्म बना दिया है।
आज उन्होंने कहा कि, आज तेजी से आगे बढ़ते हमारे देश में डिजिटल इंडिया की ताकत कोने-कोने में दिख रही है। डिजिटल इंडिया की शक्ति को घर-घर पहुंचाने में अलग-अलग एप्स की बड़ी भूमिका होती है। ऐसा ही एक एप है, ई-संजीवनी। भारत के लोगों ने, तकनीक को, कैसे, अपने जीवन का हिस्सा बनाया है, ये इसका जीता-जागता उदाहरण है। हमने देखा है कि कोरोना के काल में ई-संजीवनी एप, इसके जरिए टेली-कम्युनिकेशन लोगों के लिए एक बड़ा वरदान साबित हुआ है।
उनका यह भी कहना था कि, भारत के UPI की ताकत भी आप जानते ही हैं। दुनिया के कितने ही देश, इसकी तरफ आकर्षित हैं। कुछ दिन पहले ही भारत और सिंगापुर के बीच UPI-Pay Now Link launch किया गया।
वहीं उन्होंने बनारस की बात छेड़ते हुए कहा कि, “बात बनारस की हो, शहनाई की हो, उस्ताद बिस्मिल्लाह खान जी की हो, तो, स्वाभाविक है कि मेरा ध्यान उस तरफ जाएगा ही। कुछ दिन पहले उस्ताद बिस्मिल्लाह खान युवा पुरस्कार दिए गए। ये पुरस्कार म्यूजिक और परफोर्मिंग आर्ट्स के क्षेत्र में उभर रहे, प्रतिभाशाली कलाकारों को दिए जाते हैं, ये कला और संगीत जगत की लोकप्रियता बढ़ाने के साथ ही इसकी समृद्धि में अपना योगदान दे रहे हैं।”
देश की मशहूर सिंगर स्वर्गीय लता मंगेश्कर को भी याद करते हुए उन्होंने कहा कि, “साथियों, आपको याद होगा सरदार पटेल की जयंति यानी एकता दिवस के अवसर पर मन की बात में हमने तीन कंपटीशंस की बात की थी। ये प्रतियोगिताएं, देशभक्ति पर गीत,लोरी और रंगोली इससे जुडी थीं। इस मौके पर मुझे लता मंगेशकर जी, लता दीदी की याद आना बहुत स्वाभाविक है। क्योंकि जब ये प्रतियोगिता प्रारंभ हुई थी, उस दिन लता दीदी ने ट्वीट करके देशवासियों से आग्रह किया था कि वे इस प्रथा में जरुर जुड़ें।”
इसके साथ ही आज उन्होंने आगे कहा कि, “मुझे वो दिन याद है, जब हमने मन की बात में भारत के पारंपरिक खेलों को प्रोत्साहन की बात की थी। तुरंत उस समय देश में एक लहर सी उठ गई भारतीय खेलों के जुड़ने की, इनमें रमने की, इन्हें सीखने की।” उन्होंने कहा कि, “जब मन की बात में हमने स्टोरी टेलिंग की भारतीय विधाओं पर बात की, तो इनकी प्रसिद्धि भी, दूर-दूर तक पहुँच गई। लोग, ज्यादा से ज्यादा भारतीय स्टोरी टेलिंग की विधाओं की तरफ आकर्षित होने लगे।”
पीएम मोदी ने कहा कि “आप, अपने मन की शक्ति तो जानते ही हैं, वैसे ही, समाज की शक्ति से कैसे देश की शक्ति बढ़ती है, ये हमने मन की बात के अलग-अलग एपिसोड्स में देखा है, समझा है, और मैंने अनुभव किया है – स्वीकार भी किया है।”
जानकारी दें कि यह मासिक रेडियो कार्यक्रम की 98वीं कड़ी होगी। PM मोदी ने मन की बात कार्यक्रम का 96वां एडिशन पिछले साल 25 दिसंबर को किया था। 2022 का यह उनका आखिरी संबोधन था। वहीं 2023 में यानी आज PM मोदी साल की दूसरी मन की बात कार्यक्रम किया है। यह इस कार्यक्रम की 98वीं कड़ी है।