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Published: Dec 02, 2019 10:01 AM IST

देशउद्धव ठाकरे बुलेट ट्रेन परियोजना की करेंगे समीक्षा, प्रोजेक्ट में हो सकती है देरी

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

मुंबई, ख़बरों के अनुसार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि उन्होंने मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन समेत राज्य में चल रही सभी विकास परियोजनाओं की समीक्षा के आदेश दिए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बेहद महत्वकांक्षी परियोजना बुलेट ट्रेन को उद्धव सरकार अधर में लटका सकती है. कहा जा रहा है बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट को 2024 तक पूरा करना और चलाने का लक्ष्य मुश्किल ही नही अब असंभव सा नजर आ रहा है. 

आपको बता दें कि बेहद महत्वकांक्षी परियोजना बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के लिए महाराष्ट्र के हिस्से में 5000 करोड़ रुपए खर्च करने का या भार उठाने के ज़िम्मा आया था. अब जब मुंबई में बांद्रा कुर्ला काम्प्लेक्स में इसका स्टेशन बनाना है. वहीं तत्कालीन राज्य सरकार ने बीकेसी ज़मीन का लैंड वैल्यूएशन तकरीबन 3000 करोड़ लगाया था और केंद्र से कहा गया कि बीकेसी की ज़मीन बुलेट ट्रेन परित्योजना के लिए देने के बाद वह सिर्फ 1500 करोड़ का ही अतिरिख भार इस प्रोजेक्ट के लिए उठाएंगे. इस बड़े अनसुलझे पेंच के चलते भी प्रोजेक्ट लटकना तय माना जा रहा है.

ये बात प्रासंगिक है कि बुलेट ट्रेन परियोजना को किसानों और आदिवासियों के कड़े विरोध का सामना करना पड़ा जिनकी भूमि अधिग्रहित की जानी है. उन्होंने कल रात यहां पत्रकारों से कहा, ‘‘यह सरकार आम आदमी की है, जैसा कि आपने अभी पूछा, हां, हम बुलेट ट्रेन (परियोजना) की समीक्षा करेंगे. क्या मैंने आरे कार शेड की तरह बुलेट ट्रेन परियोजना को रोका है? नहीं’ ठाकरे ने बताया कि उनकी सरकार राज्य की वित्तीय स्थिति पर श्वेत पत्र भी लाएगी.
 
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार जिस पर करीब पांच लाख करोड़ रुपये का कर्ज है वह किसानों का बिना शर्त कर्ज माफ करने को लेकर प्रतिबद्ध है. यह घोषणाएं तब की गई है जब एक दिन पहले शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और कांग्रेस की ठाकरे के नेतृत्व वाले महाराष्ट्र विकास आघाड़ी (एमवीए) ने 288 सदस्यीय राज्य विधानसभा में 169 विधायकों के समर्थन से विश्वास मत जीत लिया. ठाकरे ने कहा कि राज्य में पूर्ववर्ती भाजपा नीत सरकार की जो प्राथमिकताएं थीं, उन्हें ‘‘हटाया’ नहीं गया है। उन्होंने कहा कि इसमें प्रतिशोध की राजनीति नहीं है. 
 
अगर ख़बरों की माने तो बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट की राह में एक दो नहीं बल्कि 4 बड़े ऐसे रोड़े हैं, जिनके सरकार इसको लेकर तय समसीमा को बदलाव कर आगे बढ़ा सकती है. आईये इन पर नजर डालते हैं.
 
इन सब कारणों से यह प्रतीत हो रहा है कि इस परियोजना को 2024 तक पूरा कर पाना लगभग असम्भव है. सूत्रों के मुताबिक- केंद्र सरकार ने बुलेट ट्रेन के लिए नई डेडलाइन तय कर सकती है और इसकी समय सीमा को और 5 साल आगे भी बढ़ा सकती है.