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Published: Jun 21, 2022 05:15 PM ISTPresidential Election 2022यशवंत सिंह होंगे विपक्ष के राष्ट्रपति उम्मीदवार, एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने किया ऐलान
नई दिल्ली: राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष ने अपने उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया है। जिसके तहत पूर्व विदेश मंत्री यशवंत सिन्हा विपक्षी दलों के सामूहिक उम्मीदवार होंगे। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी सुप्रीमो की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने इस बात का ऐलान किया। 27 जून को सुबह 11.30 बजे सिन्हा राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करेंगे।
पवार द्वारा विपक्षी पार्टियों की बैठक में कांग्रेस, तृणमूल, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा), समाजवादी पार्टी, नेशनल कॉन्फ्रेंस, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम), राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और असम यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) के प्रतिनिधि शामिल हुए। बैठक में शामिल होने वालों में कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खड़गे और जयराम रमेश, तृणमूल कांग्रेस के अभिषेक बनर्जी, द्रमुक के तिरुचि शिवा, माकपा के सीताराम येचुरी और भाकपा के डी राजा शामिल थे।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने बैठक के बाद एक संयुक्त बयान पढ़ते हुए कहा ‘‘हमें यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि हमने सर्वसम्मति से यशवंत सिन्हा को 18 जुलाई, 2022 को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्षी दलों के उम्मीदवार के रूप में चुना है।”<
Koo AppProtecting India’s social fabric is of utmost importance! With that thought in mind, our National General Secretary Shri @abhishekaitc congratulates all like-minded parties for choosing @YashwantSinha ji as the common candidate of Opposition parties for #PresidentialElections.– All India Trinamool Congress (@AITCOfficial) 21 June 2022
बयान में कहा गया ‘‘लंबे सार्वजनिक जीवन और प्रतिष्ठित करियर में यशवंत सिन्हा ने विभिन्न क्षमताओं- एक सक्षम प्रशासक, कुशल सांसद और प्रशंसित केंद्रीय वित्त और विदेश मंत्री के रूप में देश की सेवा की है। वह भारत के धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक ताने-बाने को बनाए रखने के लिए विशिष्ट रूप से योग्य हैं।” जयराम रमेश ने बयान में कहा कि हम भाजपा और उसके सहयोगियों से राष्ट्रपति के रूप में यशवंत सिन्हा का समर्थन करने की अपील करते हैं ताकि हम एक योग्य ‘राष्ट्रपति’ को निर्विरोध निर्वाचित कर सकें।
रमेश ने संयुक्त विपक्ष का बयान पढ़ते हुए कहा कि हमें खेद है कि मोदी सरकार ने राष्ट्रपति उम्मीदवार को लेकर आम सहमति बनाने के लिए कोई गंभीर प्रयास नहीं किया। बयान में कहा गया कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए कायम हुई विपक्षी दलों की एकता आने वाले महीनों में और मजबूत होगी। बता दें कि सिन्हा का नाम पवार, गोपालकृष्ण गांधी और फारूक अब्दुल्ला द्वारा राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनने की पेशकश को अस्वीकार किए जाने के बाद सामने आया।
सिन्हा ने दिया टीएमसी से इस्तीफा
राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बनने से पहले ही मंगलवार को सिन्हा ने तृणमूल कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, “टीएमसी में उन्होंने मुझे जो सम्मान और प्रतिष्ठा दी, उसके लिए मैं ममता जी का आभारी हूं। अब एक समय आ गया है जब एक बड़े राष्ट्रीय उद्देश्य के लिए मुझे पार्टी से हटकर अधिक विपक्षी एकता के लिए काम करना होगा। मुझे यकीन है कि वह इस कदम को स्वीकार करती है।”