हेल्थ

Published: Mar 29, 2024 11:16 AM IST

VA-ResNet-50 अब नहीं सताएगा हार्ट अटैक का खतरा, आ गई है AI की ये तकनीक, जानिए इसके बारे में

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
दिल के खतरों की करें जांच (सोशल मीडिया)

नवभारत लाइफस्टाइल डेस्क: अनियमित खानपान औऱ खराब जीवनशैली (Health News) से अक्सर शरीर में कई प्रकार की बीमारियां घर कर लेती है स्थिति इतनी गंभीर हो जाती है कि, थोड़ी सी देरी से मौते खतरे होते है। दिल की बीमारी (Heart Attack) और दिल के दौरे से मौत के मामलें कई समय से देखने के लिए मिलते है इसके लिए ही हाल ही में बड़ी खुशखबरी मिली है। इसके अनुसार AI ने ऐसी तकनीक खोजी है जिससे 80 फीसदी दिल के खतरों का पता चल जाता है। कई मामलों में जांच सही समय पर नहीं मिलने पर बहुत देर हो जाती है।

जानिए तकनीक के बारे में

इस नई AI तकनीक को दिल की सेहत के लिए खोजा गया है जिसका नाम VA-ResNet-50 है। इसका अविष्कार ब्रिटेन के वैज्ञानिकों ने किया है इस उपकरण का इस्तेमाल पहले 2014 से 2022 के बीच घर पर अपने आम दिनचर्या में लोगों के दिल की जांच (ECG) में किया जाता था। इस दौरान तकनीक से जांच में पता चला कि, करीब 159 लोगों को बहुत खतरनाक दिल की बीमारी हुई, ECG के 1.6 साल बाद. यह AI उपकरण पीछे मुड़कर जांचता है कि किसी का दिल खतरनाक बीमारी में पड़ सकता है या नहीं, और इसने पांच में से चार बार सही भविष्यवाणी सच साबित हुई है।

जानिए तकनीक से क्या मिलेगा फायदा

जब व्यक्ति को दिल का दौरा पड़ता है तो उस दौरान दिल की धड़कन अनियमित होने लगती है दिल काम करना बंद कर देता है पर्याप्त ऑक्सीजन नही मिल पाती है। इस वजह से दिल का खतरा आना खतरनाक हो जाता है, इसे ही पता लगाने के लिए इस उपकरण को तैयार किया गया है। इसे लेकर उपकरण बनाने वाले प्रोफेसर आंद्रे ने कहा कि अभी जो तरीके हैं वो इतने सटीक नहीं हैं, और कई बार लोगों की जान जा सकती है. अगर यह उपकरण कहता है कि खतरा है, तो उस व्यक्ति के लिए खतरा आम लोगों से तीन गुना ज्यादा होता है। इसके लिए ही इस एआई वाली तकनीक इस्तेमाल करके आप दिल के खतरों से बच सकते है। सही समय पर पता चलने से व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है।