हेल्थ

Published: Oct 12, 2020 02:28 PM IST

World Arthritis Dayआज है 'विश्व गठिया दिवस', जानें इस दिन का उद्देश्य

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

प्रतिवर्ष दुनियाभर में आज यानि 12 अक्टूबर को विश्व गठिया दिवस (World Arthritis Day) मनाया जाता है। आज की बदलती ज़िंदगी में मोटापा, गलत खानपान आदि वजहों से यह रोग अब बुजुर्गों के साथ-साथ युवाओं में भी देखा जा रहा है। इस बीमारी का सबसे ज़्यादा प्रभाव घुटनों में और उसके बाद कुल्हे की हड्डियों में होता है।बहुत लोग बदन दर्द और अकड़न की शिकायत करते हैं या कभी–कभी उनके हाथों, कंधों और घुटनों में भी सूजन और दर्द रहता है। ऐसे लोगों को अर्थराइटिस हो सकता है। 

गठिया की बीमारी तब ज़्यादा परेशान करती है जब शरीर में यूरिक एसिड का लेवल बढ़ जाता है। गठिया से परेशान लोगों को जोड़ों में असहनीय दर्द होता है। जो लोग गठिया के बारे में नहीं जानते हैं, वह इस बीमारी को जोड़ों में दर्द (Joint Pain) के नाम से भी समझ सकते हैं। 

इतिहास-
पहली बार विश्व गठिया दिवस 12 अक्टूबर, 1996 को मनाया गया था। यह पहल गठिया और अर्थराइटिस इंटरनेशनल (ARI) द्वारा किया गया था। तब से विश्व गठिया दिवस का अवसर हर साल विश्वभर में मनाया जाता है।

उद्देश्य-
विश्व गठिया दिवस एक वैश्विक जागरूकता बढ़ाने वाला दिन है। इस दिन ही अर्थराइटिस बीमारी के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं। विश्व गठिया दिवस चिकित्सा समुदाय, मरीजों और आम जनता के बीच इस बीमारी के बारे में जागरुकता फैलाने के उद्देश्य से मनाया जाता है।इसका प्राथमिक उद्देश्य लोगों को गठिया के बारे में शिक्षित करना है।

महत्त्व-
भारत आर्थराइटिस शीर्ष-उभरती बीमारियों में से एक है। इस बिमारी का प्रभाव मोटे लोगों में ज़्यादा होता है। विश्व गठिया दिवस पर लोगों को इस गंभीर बिमारी के बारे में बताया जाता है साथ ही इसके इलाज की भी जानकारी दी जाती है। 

2020 थीम-
हर साल विश्व आर्थराइटिस दिवस मनाने के लिए एक थीम रखी जाती है। इस साल का आधिकारिक विषय विश्व गठिया दिवस 2019 – टाइम टू वर्क ( Time2Work) के समान है।

गठिया के लक्षण-

गठिया रोगियों को जोड़ों में सूजन और असहनीय दर्द होता है। यह संयुक्त या कई जोड़ों को प्रभावित कर सकता है। फिर यह अपने विकराल रूप में आते-आते उठने-बैठने और चलने-फिरने में परेशानी पैदा करने लगता है. शरीर का वजन भी बढ़ने लगता है। गठिया के मरीजों में यूरिक एसिड लेवल बढ़ जाता है, जिसको कंट्रोल करना काफी मुश्किल होता है।

गठिया से बचाव-
गठिया जैसी बीमारी से बचने के लिए रेग्युलर एक्सरसाइज़ करें, ऐक्टिव लाफस्टाइल रखें, बैलेंस्ड डाइट भी है ज़रूरी, वजन काबू में रखें और स्मोकिंग और ड्रिकिंग न करें। यह सब चीज़ों का पालन कर आप गठिया से छुटकारा और बचाव कर सकते हैं।