लाइफ़स्टाइल

Published: Aug 03, 2020 04:31 PM IST

लाइफ़स्टाइलजानें इमोशनल अटैचमेंट और इमोशनल अत्याचार के बीच का अंतर

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

By: मृणाल पाठक 

किसी भी रिश्ते में बिना इमोशन के साथ नहीं रहा जा सकता, क्योंकि सारा खेल भावनाओं का ही होता है. इस पर ही सारे रिश्ते टिके हुए होते हैं. इमोशन ही होता है जो हमें एक दुसरे के प्रति प्रेम अथवा लगाव की भावनाओं को दर्शाता है. लेकिन कई रिश्तों में इन्हीं भावनाओं के साथ खिलवाड़ भी किया जाता है, जिससे लोग इस बात का फायदा उठाकर किसी की सच्ची भावनाओं के साथ खेल जाते हैं. इसलिए इमोशनल अटैचमेंट और इमोशनल अत्याचार के बीच का अंतर हमें हमेशा समझना चाहिए.

इमोशनल अटैचमेंट के संकेत
जिस रिश्ते में सकारात्मक अटैचमेंट हो, कोई लोभ ना हो, तभी वह रिश्ता बेहद  खुबसूरत होता है. रिश्तों में कपल एक दूसरे की इज़्ज़त करते हैं और भावनाओं का ख्याल रखते हैं. तो ऐसे संकेतो से हमें पता चलता है कि दो प्रेम करने वालों के बीच भावनात्मक रिश्ता भी है. 

इमोशनल ब्लैकमेलिंग के संकेत
किसी भी रिश्ते में इस बात को समझने के लिए कई तरह के संकेत होते हैं, जैसे बात-बात पर रोना, जरा-जरा सी बात पर लड़ना, हर वक्त अपनी आर्थिक तंगी को बयां करना, आदि. उस हमेशा व्यक्ति से बचकर रहना चाहिए जो ज्यादा इनसिक्योर महसूस करता है. क्योंकि ऐसे लोग बहुत ज्यादा इमोशनल अत्याचार करते हैं. 

भावनाओं के साथ खेलना
हमेशा अपनी ही बात को सही ठहराना, पार्टनर की बात ना सुनना और उसे गलत ठहराना, बिना सोचे समझे कुछ भी कह देना. यह सारे संकेत भावनाओं के साथ खेलने वाले हैं. जो सामने वाले व्यक्ति को ठेस भी पहुंचा सकते हैं.

हेल्दी रिश्ते के लिए टिप्स

* दिल की बात बताएं

* पार्टनर को समझे और उनका ख्याल रखें

* ज्यादा फिल्मी ना बनें

* अपनी भावनाओं को जताएं

* अपने पार्टनर पर शक ना करें

* अपनी कमियों को दूर करने की कोशिश करें