धर्म-अध्यात्म
Published: Sep 08, 2022 04:45 PM ISTAnant Chaturdashi 2022आज होगी गणपति बप्पा की विदाई, जानें विसर्जन की सही विधि
-सीमा कुमारी
सनातन धर्म में गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) का विशेष महत्व है। दस दिनों तक चलने वाले इस महोत्सव में प्रतिदिन विधि-विधान से बप्पा की पूजा-अर्चना की जाती है। इसके बाद अनंत चतुर्दशी (Anant Chaturdashi) के दिन बप्पा का विसर्जन कर दिया जाता है। इस साल 31 अगस्त 2022 से शुरू हुआ गणेश उत्सव 9 सितंबर को गणपति विसर्जन के साथ समाप्त हो जाएगा। 09 सितंबर को अनंत चतुर्दशी है और इसी दिन बप्पा का विसर्जन होगा। अगर आपने भी अपने घर में गणेश स्थापना की है तो उनके विसर्जन से पहले तिथि व विसर्जन का सही तरीका अवश्य जान लें।
पंचांग के अनुसार, भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी यानि 14वें दिन गणेश विसर्जन किया जाता है। इस दिन को हिंदू धर्म में अनंत चतुर्दशी भी कहा जाता है। इस बार गणेश विसर्जन की तिथि 9 सितंबर 2022 को है। विसर्जन के लिए शुभ मुहूर्त 9 सितंबर को सुबह 6 बजकर 3 मिनट से लेकर 10 बजकर 44 मिनट तक रहेगा। इसके बाद दूसरा मुहूर्त 12 बजकर 18 मिनट से लेकर शाम 6 बजकर 31 मिनट तक रहेगा।
गणेश विसर्जन की विधि
बता दें कि गणेश चतुर्थी के दिन घरों में गणपति की स्थापना की जाती है। यह स्थापना डेढ़ दिन, 3, 5, 7 या 10 दिनों के लिए होती है। आप जितने दिनों के लिए गणपति को घर लेकर आ रहे हैं उतने दिनों के बाद उनका विसर्जन करें। विसर्जन से पहले भगवान गणेश की विधि-विधान से पूजा करें और फिर एक चौकी पर लाल रंग का कपड़ा बिछाएं। इसके बाद उस पर गंगाजल छिड़क कर उसे शुद्ध करें। फिर जयघोष के साथ चैकी पर गणपति को विराजमान करें ।
इसके बाद चौकी पर पान, सुपारी, मोदक, दीपक और पुष्प रखें. फिर गणपति को धूमधाम के साथ विसर्जन के लिए लेकर जाएं। विसर्जन से पहले उनकी आरती करें और फिर विसर्जित कर दें। साथ ही अपनी गलतियां के लिए क्षमा मांगें और प्रार्थना करें कि गणपति का आशीर्वाद हमेशा आपके साथ बना रहे।