धर्म-अध्यात्म

Published: Sep 18, 2021 11:06 AM IST

Death Indiacations'तेल या पानी' में जब न दिखे परछाई तो समझें करीब है 'मौत', मृत्यु से पहले मिलते हैं ये संकेत

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
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नयी दिल्‍ली. कहते हैं कि जिस तरह जन्‍म (Birth) से पहले व्‍यक्ति 9 महीने तक अपनी जीवनदायिनी माँ के गर्भ में रहता है और धीरे-धीरे क्रमशः बढ़ता है। वैसे ही इंसान अपनी मौत (Death) से पहले के 9 महीने की अवधि में भी व्‍यक्ति के शरीर में कई अहम और बड़े बदलाव आते हैं। बताया जाता है कि ये मौत आने के प्रबल संकेत होते हैं। समय के साथ मौत के नजदीक आने पर कई ऐसी चीजें होती हैं, जो व्‍यक्ति को शायद एकदम अलग प्रकार का अनुभव देती हैं। इस बाबत पुरानों पुराणों में भी बहुत ज्यादा विस्‍तार से बताया गया है। ऐसे में यदि व्‍यक्ति इन संकेतों (Indications) पर ध्‍यान दे तो वह शांत और शायद एक आसान मृत्‍यु को पा सकता है। 

टूटने लगते हैं सभी जीवन चक्र 

अब अगर हम योग विज्ञान की मानें तो व्‍यक्ति के शरीर में 7 चक्र होते हैं। ऐसे में जब मृत्यु का समय नजदीक आता है तो व्यक्ति विशेष का नाभि चक्र टूटने लगता है। जन्‍म के समय मानव का शरीर भी इसी चक्र से ही बनना शुरू होता है और उसके प्राण भी यहीं से ही निकलते हैं। इस चक्र टूटने के चलते और इसके दौरान शरीर में कई बदलाव आते हैं। अब यदि उन्‍हें समय रहते महसूस कर लिया जाए तो पता लग जाता है कि मृत्यु का समय अब करीब है। 

गरुड़ पुराण में है इनका वर्णन 

(नोट: इस लेख में दी गई समस्त सूचनाएं मात्र सामान्य जानकारी और इससे जुडी मान्यताओं पर आधारित हैं। नवभारत इनकी पुष्टि नहीं करता है।)