धर्म-अध्यात्म

Published: Sep 22, 2022 06:04 PM IST

Navaratri 2022नवरात्रि में 'अखंड ज्योति' की महिमा जानिए, ध्यान रखें प्रज्वलित करने की ये विशेष बातें

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
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-सीमा कुमारी

26 सितंबर यानी सोमवार से शक्ति की भक्ति आरंभ हो रही है। यानी ‘शारदीय नवरात्रि’ (Shardiya Navratri) हिंदू धर्म में नवरात्र के दौरान जितना महत्व कलश स्थापना का होता है उतना ही महत्व अखंड ज्योति का भी माना जाता है। ऐसे में अगर आप भी नवरात्र के व्रत के दौरान अखंड ज्योति जलाते हैं तो ऐसा करने से पहले उससे जुड़े कुछ नियम भी जान लेना बहुत ही जरूरी है। कहा जाता है कि अखंड ज्योति से जुड़े इन नियमों का पालन करने से मां दुर्गा अपने भक्तों पर प्रसन्न होती हैं, और मुंहमांगा वरदान देती हैं। आइए जानें अखंड ज्योति से जुड़े ये नियम।

ऐसे जलाएं  

धार्मिक महत्व

अखंड ज्योति में जलने वाला दीपक दिन-रात जलता रहता है। मान्यता है कि अखंड दीपक व्रत की समाप्ति तक बुझना नहीं चाहिए। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार नवरात्र के दौरान मां के समक्ष अखंड ज्योति जलाने के पीछे एक अहम वजह बताई जाती है। माना जाता है कि जिस तरह घोर अंधेरे में एक छोटा-सा दीपक विपरीत परिस्थितियों में रहकर अपने आस-पास का अंधेरा दूर कर उस जगह को रोशनी से भर देता है उसी तरह माता के भक्त भी मां की आस्था के सहारे अपने जीवन के अंधकार को मिटा सकते हैं।