धर्म-अध्यात्म

Published: May 25, 2022 06:19 PM IST

Achala Ekadashi 2022'अचला एकादशी व्रत' से नारायण ही नहीं, महालक्ष्मी का भी मिलेगा आशीर्वाद, जानें सही तिथि और शुभ-मुहूर्त

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
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-सीमा कुमारी

‘अचला एकादशी’ (Achala Ekadashi) का व्रत हर साल ज्येष्ठ महीने के कृष्ण पक्ष की एकादशी को रखा जाता है। जिसे अपरा एकादशी भी कहते है। इस साल यह तिथि 26 मई, गुरुवार को है। मान्यताओं के अनुसार, एकादशी का व्रत जगत के पालनहार भगवान विष्णु (Lord Vishnu) को समर्पित है। सनातन हिन्दू धर्म में ज्येष्ठ मास में भगवान विष्णु की पूजा विशेष फलदायी एवं मनवांछित फल प्रदान करने वाला माना जाता है। आइए जानें अचला या अपरा एकदशी का शुभ मुहूर्त और महिमा

शुभ मुहूर्त

पंचांग के मुताबिक ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष की अपरा या अचला एकादशी तिथि की शुरुआत 25 मई, 2022 बुधवार को सुबह 10 बजकर 32 मिनट से होगी। जबकि एकादशी तिथि का समापन 26 मई 2022, गुरुवार को सुबह 10 बजकर 54 मिनट पर होगा।  एकादशी का व्रत उदया तिथि में रखने का विधान है। ऐसे में अपरा या अचला एकादशी का व्रत 26 मई, 2022 को रखा जाएगा। वहीं एकादशी का पारण 27 मई 2022 की सुबह 5 बजकर 30 मिनट से 8 बजकर 5 मिनट तक किया जा सकता है।

महिमा

हिंदू धर्म में अपरा या अचला एकादशी व्रत का विशेष महत्व हैं। मान्यता है कि, जो कोई इस दिन व्रत रखकर भगवान विष्णु की विधिवत पूजा करता है, उसे समस्त सांसारिक सुखों की प्राप्ति हो सकती    हैं। इसके साथ ही वह प्रेतयोनि की बाधा से मुक्त हो सकता हैं। धार्मिक मान्यता है कि अपरा या अचला एकादशी का व्रत मोक्ष प्रदान करने वाला होता हैं। माना जाता है कि, इस व्रत का विधिवत पालन करने पर भगवान विष्णु सहित मां लक्ष्मी की भी कृपा प्राप्त होती हैं। और भक्तों के सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।