धर्म-अध्यात्म
Published: Feb 16, 2023 04:52 PM ISTMahashivratri 2023इस दिन भगवान शिव का जल,दूध और इस वस्तु से करें अभिषेक, मिलेगा संतान प्राप्ति का आशीष और इन उपायों से मिलेगी धन-वैभव की असीम कृपा
सीमा कुमारी
नई दिल्ली: हिन्दू धर्म के अनुसार, देवों के देव महादेव को प्रसन्न करने के लिए ‘महाशिवरात्रि’ (Mahashivratri) का पावन का दिन बहुत ही शुभ एवं पवित्र होता है। पंचांग के मुताबिक, साल में यूं तो बारह शिवरात्रि होती हैं। इनमें फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को महाशिवरात्रि का महापर्व देशभर में बहुत ही धूमधाम एवं हर्षोल्लास से मनाई जाती है। इस साल यह महापर्व 18 फरवरी को पूरे देशभर में मनाया जाएगा।
शास्त्रों के अनुसार, महादेव को भोलेनाथ भी कहा जाता है, क्योंकि, वो बड़े भोले हैं और सच्चे मन से की गई साधारण भक्ति से भी प्रसन्न हो जाते हैं। भगवान शिव को भी अन्य देवी-देवताओं की तरह कुछ विशेष वस्तुएं प्रिय हैं। अगर आप अपनी मनोकामना या समस्या के अनुसार उन्हें कुछ चीजें अर्पित करेंगे तो आपकी कामना शीघ्र पूर्ण होगी।
ज्योतिष-शास्त्र के अनुसार, इस दिन कुछ आसान उपायों के जरिए आप भी भगवान शंकर का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं। क्योंकि भगवान शंकर का आशीर्वाद पाने के लिए महाशिवरात्रि का दिन बेहद शुभ माना जाता हैं। आइए जानें
उन आसान उपायों के बारे में-
ज्योतिषियों के मुताबिक, भगवान शंकर को बेलपत्र बेहद प्रिय है। ऐसे में इस दिन तीन पत्ती वाले शुद्ध तीन बेलपत्र पर रोली या चंदन से ‘ॐ नमः शिवाय’ लिखकर शिवलिंग पर अर्पित करना चाहिए। ऐसा करने से भगवान भोलेनाथ की असीम कृपा आप पर सदैव बनी रह सकती है।
कहते है भगवान भोलेनाथ अत्यधिक कृपालु हैं। हर कोई उन्हें आसानी से प्रसन्न कर लेता हैं। इस दिन भगवान शंकर को धतूरा चढ़ाने से भी शत्रुओं का नाश होता हैं। अगर आप इस समस्या से परेशान हैं, तो इस पावन तिथि पर भगवान शंकर को धतूरा चढ़ाना न भूलें।
लंबे समय से किसी रोग से परेशान हैं और आपको उससे मुक्ति नहीं मिल पा रही है तो जल में दूध के साथ सफेद तिल मिलाकर शिवलिंग पर चढ़ाएं। इस उपाय से आपका रोग अवश्य ही दूर होने लगेगा। इससे संतान प्राप्ति का आशीर्वाद भी मिलता है।
भगवान भोलेनाथ को भांग भी बेहद प्रिय है। इस दिन उन्हें भांग भी चढ़ाना चाहिए। इससे भी भगवान शिव प्रसन्न होते हैं।
इस दिन सफेद मंदार की माला भी भगवान को अर्पित करनी चाहिए। इससे घर में सुख, शांति और वैभव की प्राप्ति होती है।