धर्म-अध्यात्म

Published: Jan 31, 2024 05:13 PM IST

Basant Panchami 2024पढ़ाई में एकाग्रता और स्मरण शक्ति की वृद्धि के लिए बसंत पंचमी के दिन करें ये उपाय, मिलेगी मां सरस्वती की विशेष कृपा

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
बसंत पंचमी

सीमा कुमारी

नवभारत डिजिटल टीम: विद्या और ज्ञान की देवी मां सरस्वती को समर्पित ‘वसंत पंचमी'(Basant Panchami) सनातन धर्म में बड़ा महत्व रखता है। इस बार 2024 वसंत पंचमी (Basant Panchami 2024) पावन पर्व 14 फरवरी, बुधवार को मनाया जाएगा। बसंत पंचमी के दिन देवी सरस्वती की उपासना पूरे देशभर में की जाती है।

इस दिन स्कूल-कॉलेजों में मां सरस्वती की पूजा-अर्चना की जाती है। ज्योतिष-शास्त्र के अनुसार, बसंत पंचमी का दिन सभी शुभ कार्यों के लिए उपयुक्त माना गया है। यह पावन तिथि अबूझ मुहूर्त के नाम से भी जाना गया है, यानी इस दिन किसी भी शुभ काम को करने के लिए किसी मुहूर्त की जरूरत नहीं होती है।

इसलिए बसंत पंचमी के दिन कोई भी शुभ काम किया जा सकता है। ऐसा कहते हैं कि मां सरस्वती की कृपा जिन भी छात्रों पर बन जाती है तो मंदबुद्धि छात्र भी बुद्धिमान बन जाता है। इस दिन ज्योतिष-शास्त्र द्वारा बताए कुछ उपाय करने से आपकी पढ़ाई से संबंधित बहुत सी परेशानियां हल हो सकती है। ऐसे में आइए जानें ज्योतिषियों द्वारा बताए गए उपायों के बारे में-

धार्मिक मान्यता के अनुसार, बसंत पंचमी के दिन विद्या की देवी माता सरस्वती की पूजा का विशेष लाभ होता है। ऐसे छात्रों को इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करना चाहिए और उसके बाद पीले रंग के कपड़े पहनकर हंस वाहिनी मां सरस्वती की पूजा करनी चाहिए। मान्यता है कि विधि-विधान से सरस्वती पूजा करने पर पढ़ने-लिखने वाले छात्रों को मनचाही सफलता मिलती है।

ज्योतिषियों का मानना है कि, ज्ञान की देवी मां सरस्वती से अगर आप अच्छी बुद्धि और स्मरण शक्ति का आशीर्वाद पाना चाहते हैं तो बसंत पंचमी के दिन उनकी पूजा के दौरान प्रसाद में बूंदी चढ़ाना न भूलें। मान्यता है कि माता सरस्वती को बूंदी का प्रसाद बेहद प्रिय है।  

मां सरस्वती की पूजा में केसर और पीले चंदन का विशेष रूप से इस्तेमाल किया जाता है। ज्योतिष शास्त्र में इसे गुरु से संबंधित कहा गया है। इन दोनों चीजों को देवी को चढ़ाने से पढ़ाई की बाधा भी दूर होती है।

इस दिन केसर और चंदन को चांदी की कटोरी में भिगोकर रखें और इसका टीका मां सरस्वती को लगाने के बाद खुद को भी लगाएं।

अगर किसी छात्र की पढाई ठीक से नहीं चल रही है तो बसंत पंचमी के दिन गरीब बच्चों को किताबों का दान करें। किताबों के साथ बच्चों को पेंसिल और किताबें भी दान में दें। इस दिन आप बच्चों को कुछ ज्ञान की बातें बताएं और उन्हें पढ़ाई के लिए प्रेरित करें। पढ़ाई में कमजोर बच्चों को बसंत पंचमी के दिन अपने हाथ से कोई वेद शास्त्र किसी पुरोहित को दान में देना चाहिए। इससे उन्हें विशेष लाभ मिलेगा।

यदि आप बसंत पंचमी के दिन माता सरस्वती के कुछ विशेष मंत्रों का जाप करेंगे तो आपको लाभ होगा। इस दिन देवी सरस्वती के मूल मंत्र ॐ ऐं सरस्वत्यै नमः का जाप करने से बुद्धि तेज होती है। इस दिन माता के मंत्रों के जाप से बुद्धि और ज्ञान का आशीष मिलता है।

बसंत पंचमी के दिन सभी स्कूल-कॉलेजों में मां सरस्वती की पूजा-अर्चना की जाती है। अगर आपको उच्चतम शिक्षा लेने में किसी प्रकार की परेशानी आ रही है तो आपको मां सरस्वती के ‘ऊं ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं सरस्वत्यै नमः मंत्र का एक माला, यानि 108 बार जाप करें। इस मंत्र जाप के साथ ही आपको विद्या यंत्र भी धारण करना चाहिए।